भाजपा किसे बनाएगी अपना दूल्हा, केंद्रीय मंत्री ने किया ये खुलासा

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के लिए चेहरे की मांग हो रही है। वहीं, जनता ग्लैमर्स चेहरों पर भी चैकती है। इस लिहाज से कई राजनीतिक दल चुनावी मंचों में सदाबहार जाने पहचाने चेहरे को आजमाने की तैयारी मंे हैं।

कोलकाता। कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में अगर भाजपा जीतती है, तो वहां दूल्हा यानी मुख्यमंत्री कौन होगा, यह संभवत: तय किया जा चुका है, लेकिन इसका खुलासा अभी नहीं होगा। केंद्रीय रोड एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सिर्फ इतना कहा कि यह आने वाला समय बताएगा।

इससे पहले नितिन गडकरी ने ने कहा कि 2 मई को परिवर्तन होगा। कमल जीतेगा। भाजपा को बहुमत मिलेगा। 3 मई को हमारे नेता का चयन हो जाएगा। भाजपा का मुख्यमंत्री बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाला है। अब इसे कोई नहीं रोक सकता।

जनसभा में गडकरी बोले कि यह चुनाव बंगाल की जनता के भविष्य का फैसला करने का है। बंगाल की जनता भय, भूख और आतंक के साए में जी रही है। ममता जी कहती हैं BJP वाले बाहर के हैं। हमारे प्रेरणास्त्रोत श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल में पैदा हुए तो हम बाहर वाले कैसे हो गए?

पुरुलिया में रैली को संबोधित करते हुए गडकरी बोले कि यह बंगाल का भविष्य तय करने वाला चुनाव है। यह ममता बनर्जी और राहुल गांधी का भविष्य तय करने वाला चुनाव है। हम देश को नष्ट नहीं करना चाहते, बल्कि एकजुट करेंगे। मीडिया से चर्चा में बोले गडकरी- जो टीएमएसी से नाराज हैं, वो पार्टी छोड़कर बाहर जा रहे हैं। उनका अपनी ही पार्टी से मोह भग्न हो गया है। गडकरी ने कहा कि हम कोई बाहरी नहीं हैं। बंगाल हो, महाराष्ट्र हो, हम सब भारतीय हैं। सबका साथ सबका विकास।

दूसरी ओर, देखने को मिल रहा है यहां के चुनाव में ग्लैमर का तडका लग चुका है। पश्चिम बंगाल में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में टॉलीवुड की जबर्दस्त एंट्री देखने को मिल रही है। बेशक पॉलिटिक्स में ग्लैमरस का तड़का लगाने का श्रेय तृणमूल कांग्रेस को जाता है, लेकिन भाजपा ने से ट्रेंड में ला दिया है। 2011 में जब विधानसभा चुनाव हुए थे, तब माना जाता है कि ममता बनर्जी ने टॉलीवुड की मदद से ही 34 साल से कुर्सी पर बैठे को उखाड़ फेंका था।

अब 2021 के विधानसभा में भाजपा यही फॉर्मूला अपनाना चाहती है। हालांकि चुनाव में बंगाल का यह जादू कितना असर करेगा, यह तो 2 मई तो तय होगा, लेकिन इस समय दोनों पार्टियों में धड़ाधड़ फिल्म कलाकारों की एंट्री हो रही है। हालांकि इस समय टॉलीवुड की हालत ठीक नहीं है। पहले यहां 750 से ज्यादा थियेटर थे। अब बमुश्किल 100। अब बंगाली सिनेमा-टीवी का बिजनेस 100 करोड़ सालाना भी नहीं है। पहले यही तीन-चार गुना था।