एम्स ट्रॉमा सेंटर में सात महीने तक कोमा में रहने वाली एक महिला ने दुर्घटना में सिर में गंभीर चोट लगने के बाद पिछले हफ्ते एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। बता दें कि 23 वर्षीय महिला को एक अप्रैल को एम्स लाया गया था।
हादसे के वक्त शफिया 40 दिन की गर्भवती थी। बुलंदशहर में प्राथमिक उपचार के बाद उसे एम्स ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया था। अस्पताल में भर्ती होने के दौरान हाल के महीनों में उनके चार न्यूरोसर्जिकल ऑपरेशन हुए हैं।
बता दें कि 22 अक्टूबर को उसने सामान्य तरीके से बच्चे को जन्म दिया है। जब वह 18 सप्ताह की गर्भवती थी, तब किए गए एक अल्ट्रासाउंड स्कैन ने पुष्टि की कि उसका बच्चा स्वस्थ है।
महिला अभी भी बेहोश है। न्यूरोसर्जन डॉक्टर दीपक गुप्ता के मुताबिक, शफिया के होश में आने की 10-15 फीसदी संभावना है।
डॉ गुप्ता ने कहा कि गर्भावस्था की पहली और दूसरी तिमाही में इस बात पर बहुत चर्चा हुई कि क्या हमें उसकी गर्भावस्था को समाप्त कर देना चाहिए या गर्भावस्था को जारी रखना चाहिए क्योंकि माँ अभी भी बेहोश थी। चूंकि सीरियल स्तर 2 अल्ट्रासाउंड परीक्षाओं के साथ भ्रूण में कोई जन्मजात विसंगतियां नहीं पाई गईं, इसलिए मेडिकल टीम ने परिवार को गर्भावस्था जारी रखने का विकल्प सुझाया था।“