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दुनिया की सबसे उंची चोटी भी हुईं सक्रमित, 100 सौ से अधिक कोरोना पाॅजिटिव

मीडिया में खबरें सरेआम हो चुकी हैं कि माउंट एवरेस्ट के पर्वतारोही कोरोना संक्रमित हो गए हैं। 100 सौ अधिक लोग इसकी चपेट में हैं। सरकारी स्तर पर इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।

GORAKSHEP, SOLU KHUMBU, NEPAL - 2019/09/15: Tents set up at Everest Base Camp on Khumbu glacier, Mt. Everest behind covered by monsoon clouds. (Photo by Frank Bienewald/LightRocket via Getty Images)

काठमांडू। दुनिया की सबसे उंची चोटी के रूप में शुमार माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) भी कोरोना संक्रमित (COVID19 Positive) हो गई। सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन यह सच है। हाल ही में सूचना आई है कि 100 सौ से अधिक माउंट एवरेस्ट के पर्वतारोही कोरोना (COVID19) पाॅजिटिव हो गए हैं। यह इस बात का संकेत है कि कोरोना का संक्रमण कहां-कहां और कितनी तेजी से फैल रहा है।

बता दें कि पर्वतारोहण से जुड़े एक विशेषज्ञ के अनुसार कम से कम 100 पर्वतारोही और सहयोगीकर्मी कोविड—19 (COVID19) से संक्रमित पाये गये है हालांकि नेपाल के अधिकारियों ने इससे इन्कार किया है। आस्ट्रिया के लुकास फर्टनबाक वायरस के डर के कारण पिछले सप्ताह अपना एवरेस्ट अभियान रोकने वाले एकमात्र प्रमुख पर्वतारोही थे। उन्होंने कहा कि उनका विदेशी गाइड और छह नेपाली शेरपा गाइड का परीक्षण पॉजीटिव आया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, फर्टनबाक ने नेपाल की राजधानी काठमांडू में एसोसिएटेड प्रेस से कहा, ‘हम अब सभी पुष्ट मामलों के बारे में जानते हैं। बचाव दल, बीमा कंपनियों, चिकित्सकों, पर्वतारोहण से जुड़े लोगों से इसकी पुष्टि की गयी है। मेरे पास पॉजिटिव पाये गये मामलों की सूची है, इसलिए हम इसे साबित कर सकते हैं। ‘ उन्होंने कहा, ‘हमारे पास कम से कम 100 ऐसे लोगों की सूची है जिन्हें आधार शिविर में कोविड के लिये पॉजिटिव पाया गया है। यह संख्या 150 या 200 के करीब हो सकती है।’ फर्टनबाक ने कहा कि एवरेस्ट आधार शिविर में कई मामले थे क्योंकि उन्होंने स्वयं लोगों को बीमार देखा और लोगों को अपने तंबूओं के अंदर से खांसते हुए सुना।

नेपाल के पर्वतारोहण विभाग से जुड़े अधिकारियों ने हालांकि इस सत्र में आधार शिविर में पर्वतारोहियों और सहयोगीकर्मियों में किसी सक्रिय मामले से इन्कार किया है। महामारी के कारण पिछले साल पर्वतारोहण पर रोक लगी थी।इस सत्र में कुल 408 विदेशी पर्वतारोहियों को एवरेस्ट पर चढ़ने की अनुमति दी गयी थी। उनके साथ सैकड़ों शेरपा और सहयोगीकर्मी भी रहते हैं जो कि अप्रैल से ही आधार शिविर में रह रहे हैं।

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