Home राष्ट्रीय किसान नेताओं ने कहा, अब चलेगा रेल रोको अभियान

किसान नेताओं ने कहा, अब चलेगा रेल रोको अभियान

सिंघु बाॅर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षाबल की तैनाती जारी है। यहां किसानों को प्रदर्शन करते हुए आज 84 दिन हो गए हैं। गाज़ीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन आज 82वें दिन भी जारी है।

नई दिल्ली। किसान आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस पर खूब राजनीति भी हो रही है। दिल्ली की सीमाओं पर अभी भी गतिरोध जारी है। अब किसान नेताओं की ओर से कहा गया है कि गुरुवार यानी 18 फरवरी को सांकेतिक रूप से पूरे देश में रेल रोको अभियान भी चलाया जाएगा।

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि कल रेल रोको अभियान 12 बसे से 3-4 बजे तक रहेगा। हम तो रेल चलाने की बात कर रहे हैं। अगर रेल रोकेंगे तो संदेश देंगे कि रेल चले। गांव के लोग अपने हिसाब से रेल रोको अभियान का संचालन कर लेंगे।

असल में, सिंघु बाॅर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षाबल की तैनाती जारी है। यहां किसानों को प्रदर्शन करते हुए आज 84 दिन हो गए हैं। गाज़ीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन आज 82वें दिन भी जारी है।

हालंकि, कहा जा रहा है कि जिस प्रकार से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों की उपस्थिति में कमी आ रही है, वैसे में इस रेल रोको अभियान की सफलता संदिग्ध है। हाल के दिनों में जिस प्रकार से कुछ घटनाओें ने किसान आंदोलन को सवालिया निशान लगाया है, वैसे में रेल रोको अभियान को आम जनता का समर्थन वैसा नहीं मिलेगा। लोग कोरोना काल के बाद रेल को पटरी पर देखना चाहते हैं। सभी को अपने जीवन में गति की जरूरत है, ऐसे में किसान नेताओं की ओर से रेल के पहिया को जाम किया जाएगा, तो जनता में गुस्से की आशंका को भी देखा जा रहा है।

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