अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए एयर इंडिया विमान हादसे की नई जानकारी सामने आई है। टेकऑफ के तुरंत बाद पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को ‘मेडे’ (Mayday) कॉल दी थी, लेकिन इसके बाद विमान की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। यह जानकारी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने दी है।
DGCA के मुताबिक, एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 (विमान नंबर VT-ANB) ने भारतीय समयानुसार दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट के रनवे 23 से उड़ान भरी थी। विमान का गंतव्य लंदन का गैटविक एयरपोर्ट था। टेकऑफ के कुछ ही पल बाद विमान ने आपातकालीन ‘मेडे’ कॉल दी, जो किसी गंभीर तकनीकी खराबी का संकेत है। हालांकि, इसके बाद जब ATC ने संपर्क साधने की कोशिश की, तो विमान से कोई जवाब नहीं मिला।
DGCA की रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के तुरंत बाद ही विमान तेजी से ऊंचाई खोने लगा और अहमदाबाद हवाई अड्डे की सीमा से बाहर मेघाणीनगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटनास्थल से काले धुएं के घने गुबार उठते देखे गए, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
पायलट के पास था 8200 घंटे का अनुभव
विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 2 पायलट और 10 केबिन क्रू सदस्य शामिल थे। विमान की कमान कैप्टन सुमीत सभरवाल के पास थी, जिनके पास 8200 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव था और वे एक लाइन ट्रेनिंग कैप्टन (LTC) थे। उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे, जिनके पास 1100 घंटे का उड़ान अनुभव था।
सभी यात्रियों की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता
करीब दोपहर 2 बजे यह B787 ड्रीमलाइनर विमान, जो लंदन के लिए उड़ान भर रहा था, दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे के बाद 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की जान को लेकर गंभीर आशंका जताई जा रही है। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
सरकारी एजेंसियां, एनडीआरएफ और एयर इंडिया के अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। पीएमओ, गृह मंत्रालय और DGCA स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हादसे की तकनीकी और सुरक्षा जांच शुरू कर दी गई है और एयरक्राफ्ट ब्लैक बॉक्स की तलाश की जा रही है।
यह हादसा भारत की विमानन सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल बनकर उभरा है और सरकार ने भरोसा दिलाया है कि पूरी पारदर्शिता के साथ जांच कर दोषियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।