हम हरियाणवी, हमारी नाॅन स्टाॅप बातें
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कल म्हारे हिसार में ही थे तो समझने की कोशिश की कि यह नाॅन स्टाॅप नाॅन स्टाॅप क्या है ! महसूस हुआ कि यह नाॅन स्टाॅप कांग्रेस पर,...
जिंदल परिवार की राजनीति में वापसी होगी ?
नई दिल्ली। क्या दस साल के अज्ञातवास के बाद हिसार के प्रसिद्ध उद्योगपति परिवार जिंदल की राजनीति में वापसी होने जा रही है? वापसी होगी या नहीं ? दस साल तक राजनीति से दूरी...
कलाओं का जीवन में योगदान
नई दिल्ली। आजकल डाॅक्टर लोग भी मरीज का सिर्फ दवाइयों से ही इलाज नहीं करते बल्कि इन कलाओं का सहारा भी लेते देखे जा रहे हैं । वर्जीनिया टेक यूनिवर्सिटी की डायरेक्टर जूलिया कहती...
मृत्युभोज और बाज़ारवाद
नई दिल्ली। यह एक चौंकाने वाला शोध सामने आया है कि मृत्यु के डर से अंतिम संस्कारों में तामझाम बढ़़ रहा है और इस पर बाज़ारवाद का असर साफ साफ देखने को मिल रहा...
संघ और सेवा को एक दूसरे का पर्याय मानते हैं डॉक्टर मोहन भागवत
कृष्णमोहन झा
हाल में उत्तराखंड की देवभूमि ऋषिकेश में भाऊराव देवरस सेवा न्यास के द्वारा निर्मित मानव सेवा विश्राम सदन के लोकार्पण समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत ने सेवा को...
प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तित्व की खूबियों के मुरीद हुए पुतिन
कृष्णमोहन झा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके तीसरे कार्यकाल के लिए जिन विदेशी राष्ट्राध्यक्षों ने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं उनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी के निकटतम विदेशी मित्रों में प्रमुखता...
Rathyatra 2024 : एक नहीं, कई संदेश है रथयात्रा के
डॉ अजय बंसल
उड़ीसा प्राँत के पुरी में विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथयात्रा और रथोत्सव 7 जुलाई से आरंभ हो रहा है । जो 16 जुलाई तक चलेगा । भारत राष्ट्र के एकत्व और सामाजिक समरसता...
बाबाओं का यह मायालोक….
नई दिल्ली। खुद को भगवान् विष्णु का अवतार बता कर डिजिटल तरीके से शेषनाग पर बैठे सुदर्शन चक्र थामे दिखाई देते थे और अतीत ऐसा कि 28 साल पहले छेड़खानी के आरोप में पुलिस...
बाबा इंडस्ट्रीज का कमाल …?
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस के छोटे से गांव पुलराई में श्रद्धा का यह कैसा उन्माद सामने आया । सिर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण सरकार हरि उर्फ सूरजपाल जाटव के प्रवचन के बाद...
हिंदू बनेगा, न मुसलमान, इंसान कब बनेगा?
नई दिल्ली। कल देश की सबसे बड़ी पंचायत में यानी संसद में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद पहली बार राहुल गांधी लगभग पौने घंटे तक बोले ! तेवर तीखे थे, बात तीखी थी !...