प. बंगाल विधानसभा चुनाव : 25 को अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे आयोग के अधिकारी

आयोग ने साफ कर दिया है कि कोई भी सरकारी अधिकारी अगर लापरवाही बरतते हुए पकड़ा जाएगा तो उसे बिना कारण बताओ नोटिस दिए ही सस्पेंड कर दिया जाएगा।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। सोमवार को राज्य में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात के संकेत दिए थे कि मार्च महीने के पहले सप्ताह में चुनाव की तारीखों की घोषणा हो सकती है। इस बीच पश्चिम बंगाल में आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले ही केंद्रीय बलों की तैनाती हो गई है और रूट मार्च भी हो रहे हैं।

चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया है कि आगामी 25 फरवरी यानी गुरुवार को केंद्रीय चुनाव उपायुक्त सुदीप जैन कोलकाता आ रहे हैं। वह डिवीजनल कमिश्नर, जोनल आईजी, पुलिस महानिदेशक और जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ-साथ जिलाधिकारियों, कोलकाता पुलिस कमिश्नर और राज्य प्रशासन के अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले हैं।

चुनाव आयोग की ओर से बताया गया है कि मतदान से पहले राज्य प्रशासन प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए कितना तैयार है, यहीं परखने के लक्ष्य के साथ सुदीप जैन यहां आ रहे हैं। इसके पहले जैन पश्चिम बंगाल का तीन बार दौरा कर चुके हैं। इसके अलावा चुनाव आयोग की फुल बेंच भी बंगाल का दौरा कर चुकी है जिसने राज्य में शांतिपूर्वक मतदान के लिए प्रशासन को सख्त निर्देश दिए थे।

उल्लेखनीय है कि इस बार मतदान केंद्रों की संख्या 78,000 से बढ़ाकर एक लाख से अधिक कर दी गई है। आयोग ने साफ कर दिया है कि कोई भी सरकारी अधिकारी अगर लापरवाही बरतते हुए पकड़ा जाएगा तो उसे बिना कारण बताओ नोटिस दिए ही सस्पेंड कर दिया जाएगा।