नई दिल्ली। मणिपाल हॉस्पिटल द्वारका ने एक फैशन शो ‘टुगैदर वी थ्राईव’ का आयोजन किया। इस फैशन शो का उद्देश्य बच्चों और उनके अभिभावकों में खाने-पीने की स्वस्थ आदतों का विकास करना है। ये खासकर सीलिएक रोग से पीड़ित लोगों पर केंद्रित था। इस कार्यक्रम में बच्चे विभिन्न फलों और सब्जियों के रूप में कपड़े पहनकर रैंप पर उतरे और ग्लुटन-फ्री लाईफस्टाईल का महत्व प्रदर्शित किया। सीलिएक रोग एक ऑटोइम्यून विकार है, जो ग्लूटन के कारण होता है, जिससे छोटी आँत को नुकसान पहुँचता है। इसके लक्षणों में दस्त, पेट में सूजन, थकान और वजन कम होना शामिल हैं।
डॉ. सुफला सक्सेना, हेड, पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी एवं हेपेटोलॉजी, मणिपाल हॉस्पिटल, द्वारका ने कहा, ‘‘सीलिएक रोग को समझना इसके समय पर निदान और प्रभावी इलाज के लिए बहुत आवश्यक है। इससे बच्चों की वृद्धि और विकास पर असर पड़ता है। इस बारे में जागरुकता बढ़ाकर पीड़ित बच्चों का बेहतर स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता प्राप्त की जा सकती है। ग्लुटन-फ्री आहार बहुत आवश्यक है और इस दिशा में बढ़ने के लिए शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है।’’
इस फैशन शो के बारे में विजी वर्घीज़, हॉस्पिटल डायरेक्टर, मणिपाल हॉस्पिटल, द्वारका ने कहा, ‘‘हम बच्चों में खाने-पीने की स्वस्थ आदतों को प्रोत्साहित करना चाहते हैं ताकि उनकी जीवन मनोरंजक और आनंददायक बने। फैशन शो में बच्चों द्वारा दिखाया गया जोश व उत्साह ने दिल को छू लिया। इस तरह के कार्यक्रम न केवल शिक्षा बढ़ाते हैं, बल्कि सीखने और खुशी मनाने की भावना के साथ लोगों को एक मंच पर भी लाते हैं।’’