CBSE Board Exam 2021 : कोरोनाा के कारण पीएम ने कर दी सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द

सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई है। अब आगे क्या प्रारूप होगा, इसके लिए छात्र और अभिभावक इंतजार कर रहे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस निर्णय का राज्य सरकार समर्थन कर रही है। अब देखना है कि छात्रों के लिए नया आदेश क्या आता है ?

नई दिल्ली। आखिरकार निर्णय आ ही गया। प्रधानमंत्री नरेदं मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि अभी जान की रक्षा सबसे जरूरी है। जान है तो जहान है – सूत्रवाक्य का पालन करते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE)की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है। इसको लेकर देशभर में छात्रों और उनके अभिभावक बेहद संशय में थे। केंद्र सरकार ने तमाम राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से इस संबंध में विचार मांगे थे। उसके बाद इस पर निर्णय लिया गया है।

इस निर्णय के बाद प्रधानमंत्री नरंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि यह फैसला छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है। इस आशय की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से एक बयान जारी किया गया। मंगलवार को जारी इस बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि छात्रों का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इससे किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि परीक्षा को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की उत्सुकता को समाप्त किया जाना चाहिए। ऐसे तनाव भरे माहौल में छात्रों को परीक्षा में शामिल होने को लेकर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए।

गौर करने योग्य है कि आज के निर्णय से पहले एक बैठक के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कोरोना वायरस महामारी फैलने के कारण 14 अप्रैल को 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द करने और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की गई थी । शिक्षा मंत्रालय ने हाल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में राज्यों एवं विभिन्न पक्षकारों के साथ व्यापक विचार विमर्श किया था। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, प्रकाश जावडेकर, स्मृति ईरानी आदि ने हिस्सा लिया था।

मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, कैबिनेट सचिव और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। यह बैठक ऐसे समय में हुई जब कोविड पश्चात जटिलताओं के कारण केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को मंगलवार सुबह एम्स में भर्ती कराया गया।

इस निर्णय पर खुशी जताते हुए दिल्ली के शिक्षा मंत्री व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मुझे खुशी है, बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया गया है। 1.5 करोड़ बच्चे दुखी थे कि उनकी 12वीं कक्षा लगातार चलती जा रही है, वे आगे की पढ़ाई कैसे करेंगे? जिस तरह देश में कोविड मामले बढ़ रहे हैं, परीक्षा में उनकी जान को खतरा था।

इसके साथ ही हरियाणा के शिक्षा मंत्री कुंवर पाल गुर्जर ने कहा कि आज कोरोना की स्थिति को देखते हुए, बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए उन्होंने पेपर रद्द कर दिया। जिस प्रकार से पेपर रद्द किए गए हैं इसके बाद असेसमेंट का क्या प्रारूप रहेगा इसका निर्णय बातचीत के बाद किया जाएगा।