Dandi March : ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ 15 अगस्त 2023 तक: नरेन्द्र मोदी

अमृत महोत्सव के प्रारंभ होने से पहले आज देश की राजधानी में अमृत वर्षा भी हुई और वरुण देव ने आशीर्वाद भी दिया। ये हम सभी का सौभाग्य है कि हम आज़ाद भारत में इस ऐतिहासिक कालखंड के साक्षी बन रहे हैं। आज आज़ादी के अमृत महोत्सव का प्रारंभ हो रहा है।

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से नवसारी में दांडी (Dandi) तक जाने वाले 81 पदयात्रियों को झंडी दिखाकर रवाना किया। नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अहमदाबाद में आजादी की 75वीं वर्षगांठ के जश्न के लिए आयोजित हो रहे अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) की शुरुआत की। आजादी के अमृत महोत्सव को भारत की आत्मनिर्भरता का उत्सव करार देते हुए पीएम ने कहा कि वैक्सीन के मामले में भारत की क्षमता का दुनिया को फायदा मिल रहा है।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि हम भारतीय चाहे देश में रहे हों या विदेश में, हमने अपनी मेहनत से खुद को साबित किया है। हमें हमारे संविधान और लोकतांत्रिक परंपराओं पर गर्व है। लोकतंत्र की जननी भारत आज भी लोकतंत्र को मजबूती देते हुए आगे बढ़ रहा है। आज़ादी के 75 साल का ये अवसर वर्तमान पीढ़ी को एक अमृत की तरह प्राप्त होगा। एक ऐसा अमृत जो हमें प्रतिपल देश के लिए जीने, कुछ करने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि आज़ादी के आंदोलन की ज्योति को निरंतर जागृत करने का काम, पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण, हर दिशा में, हर क्षेत्र में, हमारे संतो-महंतों, आचार्यों ने किया था। एक प्रकार से भक्ति आंदोलन ने राष्ट्रव्यापी स्वाधीनता आंदोलन की पीठिका तैयार की थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि अमृत महोत्सव के प्रारंभ होने से पहले आज देश की राजधानी में अमृत वर्षा भी हुई और वरुण देव ने आशीर्वाद भी दिया। ये हम सभी का सौभाग्य है कि हम आज़ाद भारत में इस ऐतिहासिक कालखंड के साक्षी बन रहे हैं। आज आज़ादी के अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) का प्रारंभ हो रहा है। अमृत महोत्सव 15 अगस्त, 2022 से 75 सप्ताह पूर्व आज प्रारंभ हुआ है और 15 अगस्त, 2023 तक चलेगा।

बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 1857 के सेनानी मंगल पांडे, लक्ष्मीबाई तांत्या टोपे जैसे नायकों का भी नाम लिया। यही नहीं उन्होंने पंडित जवाहर लाल नेहरू(Jawahar Lal Nerhur), भीमराव आंबेडकर खान अब्दुल गफ्फार खान का भी जिक्र किया। बता दें, यह महोत्सव वैश्विक शांति और राष्ट्र के विकास का महोत्सव है। इस महोत्सव की शुरुआत दांडी (Dandi) मार्च की वर्षगांठ के मौके पर हो रहा है।