नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में हाल के दिनों में कोरोना केसों में वृद्धि देखी जा रही है। दिल्ली सरकार और डीडीएमए की ओर से गाइडलाइन जारी कर दिए गए हैं। लोगों को बूस्टर डोज की भी सुविधा उपलब्ध है। उसके बावजूद रोजना हजार से अधिक नए रोगी की पहचान हो रही है। कई क्षेत्रों में लोग बीमार हो रहे हैं, लेकिन वो टेस्ट नहीं करवा रहे हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की ओर से कहा गया है कि अभी दिल्लीवासियों को घबराने की जरूरत नहीं है।
मंत्री ने यह भी कहा कि बच्चों में कोविड संक्रमण के मामलों को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि कई सीरो सर्वे से यह पता चलता है कि बच्चों और वयस्कों में संक्रमण दर लगभग समान है लेकिन उनमें गंभीर रूप से बीमार पड़ने का खतरा नहीं है। दिल्ली में कोविड के मामले बढ़ गए हैं लेकिन लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं हो रहे हैं और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की दर कम है। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारी आबादी ने पूरी तरह से टीके की खुराक ले ली है और बड़ी संख्या में लोग पहले संक्रमित हो चुके हैं इसलिए हालात गंभीर नहीं हैं।’’ जैन ने कहा कि इससे पहले जब दिल्ली में 5,000 उपचाराधीन मरीज होते थे तो 1,000 लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती थी। विभिन्न अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए 9,390 बिस्तर उपलब्ध हैं और केवल 148 बिस्तरों पर ही मरीज भर्ती हैं। मंत्री ने कहा, ‘‘हमारे पास अभी करीब 1,000 बिस्तर हैं। जरूरत पड़ने पर हम उनकी संख्या बढ़ाते हैं।’’
कोरोना महामारी के दौरान अस्पताल में अपनी सेवा देते हुए डॉ मिथिलेश कुमार सिंह जी का निधन कोरोना की चपेट में आने से हुआ। आज उनके परिवार वालों से मिला और मुख्यमंत्री श्री @ArvindKejriwal जी के आदेश अनुसार उन्हें एक करोड़ की सम्मान राशि प्रदान की। देश सदैव उनकी सेवा के लिए ऋणी रहेगा। pic.twitter.com/4eyIQM7S7X
— Satyendar Jain (@SatyendarJain) April 28, 2022
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही बुधवार को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4,832 पर पहुंच गयी, जबकि 11 अप्रैल को यह 601 थी। स्वास्थ्य विभाग के बुधवार को जारी बुलेटिन में कहा गया है कि अस्पताल में भर्ती होने की दर अभी तक कम रही है और यह संक्रमण के कुल मामलों के तीन प्रतिशत से भी कम है। इसमें कहा गया कि दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 के 129 मरीज भर्ती हैं जबकि 3,336 घर पर पृथक वास कर रहे हैं।