अक्षय पात्र के वार्षिक उत्सव-अक्षय तरंग में क्रिकेट और वॉलीबाल में गौतमबुद्धनगर टीम बनी विजेता

 

नई दिल्ली। अक्षय पात्र फाउंडेशन समय-समय पर सामाजिक क्षेत्र में योगदान के लिए कई विशेष आयोजन करती रहती है और हर वर्ष की भाति इस वर्ष भी अक्षय पात्र फाउंडेशन का वार्षिक उत्सव-अक्षय तरंग बड़ी ही धूम धाम से मनाया गया।

इस कार्यक्रम में अक्षय पात्र के स्टाफ मेंबर्स ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और शानदार प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में क्रिकेट मैच, बॉलीबॉल, रस्साकसी, लेमन रेस, थ्री लेमन रेस सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इन गतिविधियों ने प्रतिभागियों और दर्शकों दोनों के बीच उत्साह और उमंग का माहौल बनाया। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित करना शामिल था। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और प्रेरणादायक भाषणों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को पुरस्कार प्रदान किए गए।

इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में एशियन मैराथन चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता डॉ. सुनीता गोदारा उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में श्री अर्जुननाथ दास ने डॉ. सुनीता गोदारा का स्वागत किया और उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विशेष अतिथि के तौर पर प्रसिद्ध लेखक-पत्रकार प्रदीप पंडित, प्रसिद्ध खेल पत्रकार थपलियाल, अखिल भारतीय धर्म समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभेष शर्मन, ओपन वॉयस के संपादक बंसी लाल थे, जिनका स्वागत अक्षय पात्र दिल्ली-एनसीआर के ऑपरेशन हेड बलवीर सिंह राठौर ने किया।

लेमन रेस प्रति​योगिता में अक्षय पात्र फाउंडेशन दिल्ली-एनसीआर की पांच यूनिट के कर्मचारियों ने भाग लिया। तत्पश्चात प्रतियोगिता के अंत में प्रथम स्थान डीएमसी के दीपक मिश्रा एवं द्वितीय स्थान पर जहांगीरपुरी यूनिट के दीपक ने प्राप्त किया। थ्री-लेग रेस प्रतियोगिता में एक टीम में से दो सदस्यों ने हिस्सा लिया। इसमें प्रथम स्थान गौतमबुद्धनगर यूनिट के मनोज एवं सुशील और द्वितीय स्थान गौतमबुद्धनगर के हिमांशु एवं ललित प्राप्त किया। वॉलीबाल प्रतियोगिता का फाइनल मैच गौतमबुद्धनगर एवं जहांगीरपुरी के बीच खेला गया, जिसमें गौतमबुद्धनगर विजेता बनी।

क्रिकेट मैच प्रतियोगिता का पहला मैच जहांगीरपुरी एवं बादली के बीच खेला गया, जिसमें जहांगीरपुरी यूनिट टीम विजयी रही और विनय कुमार मैन ऑफ द मैच रहे जिन्होंने 37 गेंदों की मदद से 60 रन का योगदान दिया। इसमें उन्होंने 8 चौके और एक छक्का लगाया।

दूसरा मैच दिल्ली डीएमसी और गौतमबुद्धनगर के बीच हुआ, जिसमें गोविंदा मैन ऑफ मैच रहे। उन्होंने 6 गेंदों में 27 रन बनाए, जिसमें 2 चौके एवं 3 छक्के शामिल हैं।
तीसरा मैच गौतमबुद्धनगर एवं बादली के बीच खेला गया, जिसमें गौतमबुद्धनगर टीम विजयी रहीं। इस मैच में रनवीर ने 8 गेंदों में 14 रन बनाए और दो ओवर में 12 रन देकर 3 विकेट झटक कर मैन ऑफ द मैच का ​खिताब अपने नाम किया। चौथा मैच जहांगीरपुरी एवं डीएमसी टीम के बीच खेला गया,जिसमें डीएमसी टीम विजयी रही और 7 गेंदों में 3 छक्के की मदद से 21 रन और दो ओवर में 6 रन देकर 4 विकेट झटक कर प्रीत ने मैन ऑफ द मैच का ​खिताब अपने नाम किया।

पांचवां मैच जहांगीरपुरी एवं गौतमबुद्धनगर के बीच हुआ, जिसमें गौतमबुद्धनगर ​टीम विजयी रही। इस मैच में अरुण कसाना ने 12 गेंदों में 22 रन तथा 3 विकेट झटक कर मैन ऑफ द मैच ​अपने नाम किया। इसके बाद फाइनल मैच डीएमसी और गौतमबुद्धनगर टीम के बीच हुआ, जिसमें मैन ऑफ द मैच अरुन कसाना ने 15 गेंदों में 29 रन और एक विकेट लेकर गौतमबुद्धनगर टीम को विजयी बना दिया। क्रिकेट मैच में डीएमसी के प्रीत को मैन ऑफ द सीरिज के ​खिताब से नवाजा गया।

रस्साकसी का प्रथम मुकाबला जहांगीरपुरी और बादली टीम के बीच हुआ जिसमें जहांगीरपुरी टीम विजयी रही। द्वितिय मुकाबला गौतम बुद्ध नगर व डीएमसी के बीच हुआ जिसमें डीएमसी विजयी रही। तत्पश्चात फाइनल मुकाबला डीएमसी व जहांगीरपुरी के बीच हुआ जिसमें जहांगीरपुरी टीम विजयी रही।

श्रीमति सुनीता गोदारा ने कहा कि आज जो जोश मैंने देखा, वह बहुत अच्छा लगा, क्योंकि यह दिखाता है कि एक अच्छे संगठन के भीतर यह सब कुछ संभव है, जो एक फिट इंडिया की दिशा में काम कर रहा है। श्रीमति गोदारा ने कहा, “मिल्खा सिंह के बारे में आपने सभी ने सुना होगा। मिल्खा सिंह भी एक समय में कुक थे और आर्मी में रात को प्रैक्टिस किया करते थे। फिर वह एक लीजेंड बन गए। मैं आपको सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देती हूं। अक्षय पात्र की पूरी टीम को भी ढेर सारी बधाई, क्योंकि आपने अपने कर्मचारियों के लिए इतना अच्छा और हेल्दी प्रोग्राम तैयार किया है। उन्होंने कर्मचारियों से फाइव पॉइंट प्रोग्राम के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘वैल्यू इन लाइफ को समझो। एटीट्यूड हमेशा पॉजिटिव रखो।’ इसके बाद उन्होंने ‘लर्निंग इज अ प्रोसेस’ पर जोर देते हुए कहा, ‘हमेशा सीखते रहो, सीख कभी खत्म नहीं होती। आप अपने छोटे बच्चों से, अपने बड़ों से और अपने गुरुओं से हमेशा कुछ न कुछ सीखते रहते हैं।’ इसके बाद उन्होंने ‘यूनिटी’ पर बात करते हुए कहा, ‘यूनिटी का मतलब है मिलजुल कर रहना। आपने अक्षय पात्र के साथ यह देखा कि आप अलग-अलग जगहों पर काम करते हैं, लेकिन आज आप एकजुट हुए हैं। यही असली मजा है।’ फिर उन्होंने ‘एथिक्स’ के बारे में बात करते हुए कहा, ‘हमारी लाइफ में हमेशा रूल्स और रेगुलेशन्स होने चाहिए, ताकि हम जान सकें कि क्या सही है और क्या नहीं। जो सही है, वही करना चाहिए।’

अंत में, उन्होंने ‘स्पोर्ट्स रिस्पेक्ट’ पर जोर देते हुए कहा, ‘जीत हो या हार, हमें हमेशा सम्मान करना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात, हमें हमेशा कोशिश करते रहना चाहिए।’ उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, ‘सभी ने कभी न कभी चींटी को दाना लेकर दीवार पर चढ़ते हुए देखा होगा। वह बार-बार गिरती है, लेकिन हर बार चढ़ने की कोशिश करती है, और अंत में सफलता प्राप्त करती है। यही है, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।’”

प्रसिद्ध खेल पत्रकार श्री राकेश थपलियाल ने कहा कि मैं अक्षय पात्र संस्थान को बहुत बधाई देता हूं, जो बच्चों को अच्छाऔर पोषक आहार प्रदान करने में अहम भूमिका निभा रहा है। आप अपना उत्साह बनाए रखें और मेरा यह प्रयास रहेगा कि अगले साल जब हम फिर मिलें, तो मैं किसी स्पॉंसर के जरिए आपको खेल की यूनिफॉर्म और खेल से संबंधित अन्य सामान प्रदान कर सकूं। जब खिलाड़ी एक अच्छी यूनिफॉर्म पहनते हैं, तो उन्हें एक पहचान मिलती है। उनकी तस्वीरें खींची जाती हैं, उस पर अच्छा नाम और पहचान होती है। अच्छे अक्षय पात्र को लोग अधिकतर भोजन के लिए जानते हैं, लेकिन मैं यह चाहता हूं कि वह खेल के संदर्भ में भी प्रसिद्ध हो। मैं आशा करता हूं कि आने वाले समय में, अक्षय पात्र के कर्मचारियों को खेलों से जुड़ी फिटनेस और टिप्स देने का प्रयास किया जाएगा, ताकि वे और बेहतर प्रदर्शन कर सकें।”