अभी काशी में गंगा में क्रूज पर पीएम नरेंद्र मोदी को हम सब ने देखा। अब वह दिन अधिक दूर नहीं जब अयोध्या में सरयू किनारे भी यह मौका सभी के लिए सुलभ होगा। सरकार इसके लिए कार्ययोजना बनाकर जल्द से जल्द इसे मूर्त रूप देना चाहती है। मनसुख मंडाविया, पोर्ट्स, शिपिंग और जलमार्ग मंत्री ने यूपी के अयोध्या में सरयू नदी पर Tour रामायण क्रूज टूर ’के कार्यान्वयन के लिए एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
यह उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सरयू नदी पर पहली बार लक्जरी क्रूज सेवा होगी। इसका उद्देश्य पवित्र नदी सरयू के प्रसिद्ध घाटों के माध्यम से मंडराते हुए भक्तों को एक तरह की आध्यात्मिक यात्रा के साथ मंत्रमुग्ध करने वाला अनुभव देना है।
क्रूज वैश्विक स्तर के साथ सभी आवश्यक सुरक्षा और सुरक्षा सुविधाओं के साथ-साथ सभी लक्जरी आराम और सुविधाओं से लैस होगा। क्रूज के अंदरूनी हिस्से और बोर्डिंग पॉइंट रामचरितमानस की थीम पर आधारित होंगे। पूरी तरह से वातानुकूलित 80-सीटर क्रूज में घाटों की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव करने के लिए बड़ी कांच की खिड़कियां होंगी।
क्रूज पर्यटकों के आराम के लिए रसोई और पेंट्री सुविधाओं से सुसज्जित होगा। क्रूज में पर्यावरण पर शून्य प्रभाव ’के लिए जैव-शौचालय और हाइब्रिड इंजन प्रणाली है। पर्यटकों को 1-1.5 घंटे की अवधि के ‘रामचरितमानस टूर’ पर ले जाया जाएगा। इसमें गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रामचरितमानस पर आधारित 45-60 मिनट की अवधि की एक विशेष रूप से बनाई गई वीडियो फिल्म की सुविधा होगी। वीडियो भगवान राम के जन्म से लेकर उनके राज्याभिषेक तक की अवधि को कवर करेगा।
पूरा दौरा लगभग 15-16 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। रामायण के विभिन्न प्रसंगों से प्रेरित कई गतिविधियाँ और सेल्फी पॉइंट होंगे। दौरे के बाद सरयू आरती होगी, जिसमें हर सदस्य सक्रिय रूप से भाग ले सकेगा।