कीव। रूस और यूक्रेन के बीच 17 दिनों से युद्ध चल रहा है। ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात की इच्छा जताई है। आपको बता दें कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यरुशलम में रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिलने की पेशकश की है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि उन्होंने इजराइल के प्रधानमंत्री नफताली बेनेट को मध्यस्थ के रूप में कार्य करने के लिए कहा है।
इससे पहले खबर सामने आई कि राष्ट्रपति जेलेंस्की ने फ्रांस और जर्मनी के नेताओं से मेलिटोपोल के मेयर की रिहाई सुनिश्चित करने में मदद करने का अनुरोध किया है। यूक्रेन ने दावा किया कि रूसी सेना ने मेयर का अपहरण कर लिया है। राष्ट्रपति जेलेंस्की की मदद के बाद फ्रांस और जर्मनी ने रूसी राष्ट्रपति से फोन पर बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने पुतिन से यूक्रेन में सीजफायर का ऐलान करने का अनुरोध किया। एक रिपोर्ट में यहां तक दावा किया है कि यूक्रेनी सैनिकों ने रूस के 500-600 सैनिकों को कैद कर लिया है। इस पर राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि युद्ध की स्थिति पर कैदियों की सटीक संख्या नहीं बताई जा सकती है।
इससे पहले खबर सामने आई कि राष्ट्रपति जेलेंस्की ने फ्रांस और जर्मनी के नेताओं से मेलिटोपोल के मेयर की रिहाई सुनिश्चित करने में मदद करने का अनुरोध किया है। यूक्रेन ने दावा किया कि रूसी सेना ने मेयर का अपहरण कर लिया है। राष्ट्रपति जेलेंस्की की मदद के बाद फ्रांस और जर्मनी ने रूसी राष्ट्रपति से फोन पर बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने पुतिन से यूक्रेन में सीजफायर का ऐलान करने का अनुरोध किया।
इससे पहले खबर सामने आई कि राष्ट्रपति जेलेंस्की ने फ्रांस और जर्मनी के नेताओं से मेलिटोपोल के मेयर की रिहाई सुनिश्चित करने में मदद करने का अनुरोध किया है। यूक्रेन ने दावा किया कि रूसी सेना ने मेयर का अपहरण कर लिया है। राष्ट्रपति जेलेंस्की की मदद के बाद फ्रांस और जर्मनी ने रूसी राष्ट्रपति से फोन पर बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने पुतिन से यूक्रेन में सीजफायर का ऐलान करने का अनुरोध किया।
वहीं अमेरिका ने जानकारी दी कि रूस ने यूक्रेन पर अब तक करीब 810 मिसाइलें दागी हैं। रूसी विमानों और तोपों ने यूक्रेन के पश्चिम में जहां हवाई पट्टियों को निशाना बनाया, वहीं पूर्व में एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र पर बम व गोले बरसाए। उसके टैंक और तोपों ने पहले से ही नियंत्रण में आ चुके शहरों में हमले जारी रखा, जिससे लोग वहां जान गंवाने वाले लोगों को दफना नहीं पाए।