दिन प्रतिदिन देश की अर्थव्यवस्था के बिगड़ने की वजह से पेट्रोल के दाम से लेकर घरेलू समान की चीज एवं खाद्य पदार्थों के दामों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है इंसान का जिंदा रहने के लिए पेट भरना आवश्यक है उन्हें सब्जी और राशन जैसी आम चीजों की जरूरत होगी लेकिन बीते वर्ष में पूर्णबंदी की वजह से सभी उद्योगों को भी बंद कर दिया गया था जिसके चलते सामानों की महंगाई देखने को मिली सरसों का तेल जहां 90 रुपए किलो मिलता था वहीं आज उसका दाम करीब दो सौ रुपए तक पहुंच गया है गरीबों के पास न तो रोजगार है|
और न ही पेट भरने का साधन यह मुश्किल वक्त कब तक हमारे जीवन में रहेगा इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता लेकिन सरकार से इस बात की अपील की जा सकती है कि सभी चीजों के दामों को कम किया जाए क्योंकि हमारे देश की जनसंख्या को देख कर इस बात की पुष्टि की जा सकती है कि जो लोग कोरोना विषाणु से बच गए लेकिन चीजों की बढ़ती कीमतों की वजह से उनका जीवनयापन करना कठिन हो जाएगा।