प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पिछड़ों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का कार्य करेगी: डा. के. लक्ष्मण

ओबीसी मोर्चा 17 सितंबर को जिला स्तर पर मनाएगा विश्वकर्मा जयंती

दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य डा. के. लक्ष्मण ने कहा है कि भाजपा ओबीसी मोर्चा 17 सितंबर को पूरे देश में जिला स्तर पर विश्वकर्मा जयंती समारोह पूर्वक मनाएगी। भाजपा मुख्यालय पर प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। प्रधानमंत्री जी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से पिछड़ों के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना लाने की घोषणा की और 16 अगस्त को मंत्री मंडल की बैठक में इस योजना को स्वीकृति भी प्रदान कर दी। डा. लक्ष्मण ने बताया कि पांच साल की अवधि के लिए 13,000 करोड़ रुपये की वित्तीय लागत वाली इस योजना से बुनकरों, सुनारों, लोहारों, कपड़े धोने वाले श्रमिकों और नाई समेत पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लगभग 30 लाख परिवारों को लाभ होगा.
डा. लक्ष्मण ने बताया कि विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को ‘पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र’ और पहचान पत्र के माध्यम से पहचान प्रदान की जाएगी. योजना के तहत उन लोगों को 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर के साथ 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि इस योजना में कामगारों को ट्रेनिंग के साथ साथ मार्केटिंग सपोर्ट भी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ओबीसी मोर्चा के कार्यकर्ता जन जन तक इस योजना को पहुंचा कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ लेने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि अपने पैतृक धंधों से जुड़ कर उसमे कुछ नया करना ही इस योजना का विशेष उद्देश्य है ताकि लोग अपने परंपरागत कार्यों से विमुख न होकर उसी को आगे बढ़ाएं।
डा. के. लक्ष्मण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शासन के नौ वर्ष में निरंतर पिछड़ा वर्ग के कल्याण हेतु कार्य किए। उन्होंने बताया कि अपने मंत्रिमंडल में 27 पिछड़ा वर्ग के मंत्री बनाकर लगभग 30 प्रतिशत भागीदारी अपने मंत्रिमंडल में सुनिश्चित की। उन्होंने बताया कि नवोदय विद्यालय, लॉ विश्वविद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, सैनिक स्कूल के साथ साथ नीट एग्जाम में भी 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। जिस कारण लगभग साढ़े चार हजार पिछड़ा वर्ग के छात्रों को मेडिकल शिक्षा में दाखिला मिला।
डा. लक्ष्मण ने बताया कि कांग्रेस हमेशा ही ओबीसी विरोधी रही है। ओबीसी आयोग को जब मोदी सरकार द्वारा संवैधानिक दर्जा दिया गया तो भी कांग्रेस ने इसका विरोध किया। देश का पिछड़ा वर्ग का जन मानुष इस बात को अच्छी तरह जान गया है कि कांग्रेस इस वर्ग की विरोधी है। इसी कारण आज देश का पिछड़ा वर्ग भाजपा के साथ मजबूती से खड़ा है और भाजपा सरकार में अपने हित सुरक्षित महसूस करता है।