राजगीर (बिहार)। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आज बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में आयोजित SC-ST सम्मेलन में जोरदार भाषण देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों पर तीखे शब्दों में हमला बोला। उन्होंने बिहार की ऐतिहासिक और बौद्धिक पहचान की याद दिलाते हुए वर्तमान हालात को शर्मनाक बताया और कहा कि “बिहार, जो कभी ज्ञान की धरती था, आज क्राइम कैपिटल कहलाता है।”
राहुल गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत बिहार की ऐतिहासिक विरासत को याद करते हुए की। उन्होंने कहा:
“नालंदा, विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालय कभी पूरे एशिया में ज्ञान के केंद्र थे। चीन, जापान, कोरिया, वियतनाम जैसे देशों की शिक्षा की जड़ें बिहार से जुड़ी हैं। लेकिन आज इस भूमि को अपराध, बेरोजगारी और पलायन के लिए जाना जाता है।”
उन्होंने नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस धरती को बुद्ध और ज्ञान की पहचान मिली थी, उसे अपराध और अराजकता के हवाले कर दिया गया है।
राहुल गांधी ने मंच से फिर एक बार जातीय जनगणना की पुरज़ोर मांग करते हुए कहा कि: “सत्य की खोज केवल दर्शन में नहीं, समाज में भी होनी चाहिए। हमें हक चाहिए, सम्मान चाहिए – और इसके लिए जातीय जनगणना अनिवार्य है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार केवल दिखावे के लिए जनगणना की बात करती है, लेकिन असल में उसे सामाजिक न्याय से डर लगता है।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर “कमज़ोर नेतृत्व” का आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार यह कह चुके हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकवाया।
“ट्रंप 11 बार कह चुके हैं कि उन्होंने मोदी जी से सरेंडर करवा दिया। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी एक बार भी सामने आकर नहीं कहते कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। अमेरिका आंख दिखाता है और प्रधानमंत्री चुप हो जाते हैं। क्या यह आत्मनिर्भर भारत का संकेत है?”
राहुल गांधी ने नीतीश कुमार को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि बिहार को बर्बाद करने वालों के साथ सरकार बनाकर नीतीश कुमार ने राज्य के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई है। जिन लोगों ने हत्या, अपहरण और लूट का उद्योग खड़ा किया, उनके साथ हाथ मिलाकर नीतीश जी ने अपना नैतिक आधार खो दिया है।”
राहुल गांधी का यह भाषण जहां जातीय जनगणना, सामाजिक न्याय और रोजगार के मुद्दों को फिर से चर्चा में ला रहा है, वहीं यह सीधे तौर पर नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी दोनों के नेतृत्व को चुनौती देने की रणनीति का हिस्सा भी है।
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी का यह रुख स्पष्ट संकेत देता है कि कांग्रेस अब जाति, न्याय और विकास के सवालों को लेकर जनता को सीधे संबोधित करने की रणनीति अपना रही है।