नई दिल्ली। भारत में कोविड-19 का प्रकोप एक बार फिर से चिंता का विषय बन गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5,364 तक पहुंच गई है, जबकि अब तक कोरोना से 55 लोगों की मौत हो चुकी है। धीरे-धीरे संक्रमण कई राज्यों में फैल रहा है, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव बढ़ने की आशंका है।
प्रभावित राज्य और सक्रिय मामले
कोविड-19 के सर्वाधिक सक्रिय मामले केरल में हैं, जहां फिलहाल 1,487 मरीज इलाजरत हैं। अन्य प्रमुख राज्यों की स्थिति इस प्रकार है:
गुजरात: 615 मामले
पश्चिम बंगाल: 596 मामले
दिल्ली: 562 मामले
महाराष्ट्र: 526 मामले
कर्नाटक: 451 मामले
तमिलनाडु: 221 मामले
उत्तर प्रदेश: 119 मामले
बीते 24 घंटे में 4 मौतें
पिछले 24 घंटों में देश में चार नई मौतें दर्ज की गईं। इनमें दो मौतें केरल, एक कर्नाटक, और एक पंजाब से सामने आई है। हालात को देखते हुए कई राज्यों में एहतियाती कदम तेज़ कर दिए गए हैं।
केरल में अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले में कोविड गाइडलाइंस लागू हो गई हैं और अस्पताल परिसर में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है।
अस्पताल आने वाले मरीजों की कोविड जांच भी अनिवार्य की गई है।
मुंबई में बढ़ते मामले
मुंबई में भी कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।
जनवरी 2025 से अब तक राज्य भर में 14,565 सैंपलों की जांच की गई, जिनमें से 1,162 रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। अकेले मुंबई में 575 पॉजिटिव केस मिले हैं, जो राज्य के कुल मामलों का बड़ा हिस्सा हैं। महाराष्ट्र में अब तक 17 मौतें दर्ज की गई हैं।
विशेषज्ञों की राय और सुझाव
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि हालांकि वर्तमान स्थिति अभी गंभीर नहीं है, फिर भी सावधानी बेहद जरूरी है। उन्होंने नागरिकों को निम्नलिखित उपाय अपनाने की सलाह दी है:
मास्क पहनना
हाथ धोना
भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचना
लक्षणों पर निगरानी रखना और समय रहते परीक्षण कराना
कोविड-19 की यह वापसी भले ही उतनी खतरनाक न लगे, लेकिन एहतियात ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन आम जनता को भी सजग रहना होगा। संक्रमण की इस लहर को नियंत्रित करने के लिए सामूहिक सतर्कता और सहयोग आवश्यक है।