‘मेरे साईं : श्रद्धा और सबुरी’ के वर्तमान ट्रैक में तुषार दलवी बता रहे हैं समाज में लैंगिक समानता का महत्व

मुंबई। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का मेरे साईं : श्रद्धा और सबुरी भारतीय टेलीविजन पर माइथो-जॉनर पर राज कर रहा है, जो इस चैनल पर सबसे लंबे समय तक चलने वाले शोज़ में से एक है। जब से साईं नगरी शिर्डी में औद्योगीकरण का दौर आया है, लोगों की जीवन शैली में पूरी तरह से बदलाव आया है। लेकिन साथ ही, लैंगिक असमानता जैसे कुछ विश्वास और मानदंड लोगों को विकास से पीछे खींच रहे हैं। मेरे साईं के वर्तमान एपिसोड में, साईं बाबा (तुषार दलवी) उसी के बारे में बात करते और लोगों को समानता के महत्व के बारे में शिक्षित करते नजर आएंगे।

साईं बाबा की भूमिका निभाने वाले तुषार दलवी इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि कैसे एक महिला को घर की देखभाल करते हुए आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के सभी अधिकार हैं और उसके साथ किसी भी पुरुष के समान व्यवहार किया जाना चाहिए। वे बताते हैं, “पारंपरिक सोच, विश्वास और मानदंड एक व्यक्ति को कमजोर बनाते हैं और कभी-कभी उसे तोड़ भी देते हैं। सच तो यह है कि स्त्री और पुरुष में कोई अंतर नहीं है।

यदि एक पुरुष को स्वतंत्र होने और कमाई करने का अधिकार है, तो एक महिला भी समान रूप से हकदार है। परिवार की देखभाल करने के साथ-साथ एक महिला अपने परिवार की आर्थिक सहायता करने में बहुत सक्षम होती है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि अगर एक महिला को पुरुष के समान ओहदा दिया जाए, तो वो पूरी दुनिया बदल सकती है।”