नई दिल्ली। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और हिंदुओं के जीवन की सुरक्षा के लिए दाेनाें धामाें के सभी अधीनस्थ मंदिरों में प्रार्थना करने के साथ पूजा-अर्चना की गई। मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बांग्लादेश में मंदिरों को तोड़े जाने तथा हिंदुओं पर जेहादी तत्वों के जुल्मों पर चिंता व्यक्त की है।
मंगलवार को श्रीबद्रीनाथ व श्रीकेदारनाथ सहित सभी अधीनस्थ मंदिरों में बांग्लादेश में हिंदुओं के जीवन की रक्षा के लिए प्रार्थना की गई। बांग्लादेश के हिंदुओं के जीवन रक्षा की कामना के साथ उन्हें इस विपत्ति से निबटने की सामर्थ्य मिले। श्रीबद्रीनाथ धाम में रावल अमरनाथ नंबूदरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविंद्र भट्ट ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे जुल्म से रक्षा के लिए भगवान बदरीविशाल की विशेष पूजा-अर्चना की। इस दौरान मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, विवेक थपलियाल, अमित बंदोलिया, अनसुया नौटियाल आदि मौजूद थे। योग बदरी मंदिर पांडुकेश्वर में बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार पूजा-अर्चना में शामिल हुए। इस अवसर पर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे जुल्मों से मुक्ति की प्रार्थना की गई। इस दौरान पुजारी परमेश्वर डिमरी, प्रबंधक नवीन भंडारी आदि मौजूद थे।
श्रीकेदारनाथ धाम में पुजारी शिवशंकर लिंग तथा धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला एवं वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल ने भगवान केदारनाथ का जलाभिषेक एवं महामृत्युंजय पाठ का जाप किया। इस अवसर पर प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान प्रदीप सेमवाल कुलदीप धर्म्वाण, ललित त्रिवेदी आदि मौजूद रहे। श्रीत्रियुगीनारायण मंदिर में भी भगवान त्रिजुगीनारायण नारायण की पूजा अर्चना कर बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा के लिए प्रार्थना की गई। इस अवसर पर प्रबंधक अजय शर्मा आदि मौजूद रहे। मां काली मंदिर कालीमठ में मां काली की पूजा-अर्चना कर बांग्लादेशी हिंदुओं के जीवन पर आए संकट मिटाने की प्रार्थना की गई। इस अवसर पर प्रबंधक प्रकाश पुरोहित तथा वेदपाठी रमेश भट्ट आदि मौजूद रहे।
तृतीय केदार तुंगनाथ में भगवान तुंगनाथ का जलाभिषेक किया गया तथा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों से रक्षा करने की प्रार्थना की गई। इस अवसर पर प्रबंधक बलबीर नेगी मठापति रामप्रसाद मैठाणी आदि मौजूद थे। द्वितीय केदार मद्महेश्वर सहित, श्रीविश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी, श्रीनृसिंह मंदिर जोशीमठ, सीता माता मंदिर चांई जोशीमठ, श्रीगोपाल मंदिर नंदप्रयाग, मां चंद्रबदनी मंदिर देहरादून में भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे जुल्मों से निजात दिलाने के लिए पूजा-अर्चना की गई।