नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले के रेनोवेशन पर 45 करोड़ रुपये खर्च होने का खुलासा होने पर भाजपा ने मोर्चा खोल दिया। भाजपा प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल से फौरन मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग की।
भाजपा प्रवक्ता पात्रा ने कहा यह केवल एक महाराज और उनके महल के रेनोवेशन की कहानी नहीं है। यह महाराज की मानसिकता के रेनोवेशन की कहानी है। यह कुछ नहीं लूंगा से सब कुछ लूट लूंगा, कुछ नहीं छोडूंगा का सफर है। यहर महाराज में आए परिवर्तन की कहानी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने मीडिया को यह खबर रोकने के लिए 20 से 50 करोड़ रुपये देने का प्रलोभन दिया। पात्रा ने बावजूद इसके खबर का प्रकाशन करने के लिए मीडिया की प्रशंसा की। पात्रा ने कहा महाराज के महल में 8-8 लाख रुपये के परदे लगाए गए। यह वो लोग हैं जो शपथ लेने ऑटो में लटक कर पहुंचे थे। कहते थे कि हम गाड़ी नहीं लेंगे। घर नहीं लेंगे। पात्रा ने कहा कि 1 करोड़ 15 लाख रुपये से अधिक का तो इनके घर में मार्बल लगा है। यह मार्बल भी वियतनाम से मंगवाया गया है।
भाजपा प्रवक्ता पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का यह महल उस समय रेनोवेट हो रहा था जब दिल्ली में कोरोना से हाहाकार मचा था। कोरोना काल में ऑक्सीजन के टैंकर अस्पतालों तक नहीं पहुंच पा रहे थे। मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे थे, क्योंकि केजरीवाल अपने महल के रेनोवेशन में व्यस्त थे।
केजरीवाल के बंगले के रेनोवेशन पर 45 करोड़ खर्च, भाजपा ने मांगा इस्तीफा
हमें ज्ञात हुआ है कि अपने खिलाफ आई इन खबरों को ना छापने के बदले अरविंद केजरीवाल ने अखबारों और मीडिया को 20 से 50 करोड़ रुपये देने की बात कही है... लेकिन हम धन्यवाद देते हैं मीडिया के अपने साथियों का जिन्होंने पूरी मुखरता के साथ इसे छापा। ये अरविंद केजरीवाल और उनके भ्रष्टाचार की कहानी है। जनता इसे देखे और महाराज को पहचाने।