नई दिल्ली। भारत से करीब सौ साल पहले चोरी हुई माता अन्नपूर्णा की मूर्ति को भारत लाया गया। राजधानी दिल्ली में इसकी विशेष पूजा अर्चना की गई। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित कई मंत्रियों ने इसमें हिस्सा लिया। इसके बाद इस मूर्ति को सड़क मार्ग से वाराणसी के लिए रवाना किया गया। वाराणसी में 15 नवंबर को इसे पूरे विधि-विधान के साथ प्रतिष्ठित किया जाएगा।
मां अन्नपूर्णा की पूजा अर्चना करने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसकी जानकारी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर साझा की।
कनाडा से भारत लाई गई माता अन्नपूर्णा देवी जी की प्राचीन प्रतिमा को @UPGovt को सौंपने के लिए नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुई।
इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु चलने वाले चार-दिवसीय यात्रा के लिए तैयार किए गए रथ पर माता की प्रतिमा स्थापित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। pic.twitter.com/g3LHVPF6Vi
— Smriti Z Irani (@smritiirani) November 11, 2021
मां अन्नपूर्णा की मूर्ति कनाड़ा से वापस भारत आने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि जो मूर्तियां भारत से चोरी की गईं थी, या ले ली गईं थी, वे अब लौट रही हैं। अब तक 200 ऐसी मूर्तियां वापस लाई गई हैं। मां का मूर्ति स्वरुप काशी लौटने की तैयारी में है, ये हमारे लिए गौरव का विषय है।
मां अन्नपूर्णा की मूर्ति कनाडा से वापस भारत आने और मूर्ति को उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपने पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि एक समय था जब भारत की परंपराएं टूटे हुए घड़े के समान रिसरिस कर देश के बाहर जा रही थी और आज उसको मरम्मत और मज़बूत करके वापस संजोने का काम हो रहा है।
इससे पहले मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को उत्तर प्रदेश प्रशासन के अधिकारियों को सौंप दिया गया है। उत्तर प्रदेश अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अविनाश अवस्थी ने बताया, कल हमने औपचारिक रूप से इस मूर्ति को ASI से प्राप्त किया है। आज इस मूर्ति को उत्तर प्रदेश ले जाकर चार दिनों तक प्रदेश में मूर्ति का भ्रमण कराएंगे। 15 तारीख को प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इसे काशी विश्वनाथ धाम के नए मंदिर में स्थापित किया जाएगा।