Srilanka : आखिरकार देना ही पड़ा श्रीलंका के प्रधानमंत्री को इस्तीफा, अब दंगे की चपेट में है देश

श्रीलंका इस समय 1948 में ब्रिटेन से इसकी आजादी के बाद के अभूतपूर्व आर्थिक संकट से गुजर रहा है।आर्थिक संकट के कारण आम जनता सड़कों पर आ गई है। सरकार पर पूरा दबाव है। राजपक्षे को न चाहते हुए भी कुर्सी छोड़नी पड़ी है।

कोलंबो। श्रीलंका के प्रधानमंत्री राजपक्षे ने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके घोषणा के बाद ही देश के कई हिस्सों में दंगा फैलना शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि इसमें एक सांसद भी घायल हुए हैं। इससे पहले श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने जनता से संयम बरतने की और यह याद रखने की अपील की कि हिंसा से केवल हिंसा ही बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक संकट के आर्थिक समाधान की जरूरत है जिसके लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है।

राजपक्षे का बयान देश में हिंसा की घटनाओं के बीच आया है जिसमें कम से कम 16 लोग घायल हो गये। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के समर्थकों ने उनके आधिकारिक आवास के पास एक प्रदर्शन स्थल पर एकत्रित हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला कर दिया जिसके बाद पुलिस को राजधानी में कर्फ्यू लगाना पड़ा।

‘हीरू न्यूज’ वेबसाइट के अनुसार पुलिस ने एसएलपीपी के समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। वहीं अग्रणी समाचार नेटवर्क ‘लंका फर्स्ट’ के अनुसार एक भीड़ ने टेंपल ट्रीज के सामने मौजूद तंबुओं को उखाड़ दिया। ऑनलाइन समाचार पोर्टल ‘डेली मिरर’ की खबर के अनुसार प्रधानमंत्री के समर्थकों ने उनके आधिकारिक आवास ‘टेंपल ट्रीज’ के पास प्रदर्शन स्थल ‘मैनागोगामा’ के बाहर मौजूद प्रदर्शनकारियों पर हमला कर दिया। इसके बाद हालात तनावपूर्ण हो गये।