TV Show : पुण्यश्लोक अहिल्याबाई में तुकोजी का किरदार निभाएंगे पॉपुलर एक्टर संदीप गायकवाड़

अहिल्याबाई की यात्रा में, उनका समर्थन करने वाले लोगों में एक व्यक्ति ऐसे थे, जो हमेशा उनके पक्ष में खड़े रहे। जब अहिल्याबाई अपनी राह में आने वाली बाधाओं को दूर कर रही थीं, तब खंडेराव के चचेरे भाई और अहिल्या के मुंह बोले भाई तुकोईजी राव ने हमेशा उनका साथ दिया था।

मुंबई। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के महा धारावाहिक पुण्यश्लोक अहिल्याबाई ने रानी अहिल्याबाई की यात्रा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है, जिन्होंने अपनी बुद्धि से शांति और समृद्धि लाई और यह साबित किया कि कोई भी इंसान लिंग या जन्म से नहीं, बल्कि कर्मों से महान बनता है। यह शो रानी अहिल्याबाई होल्कर के महत्वपूर्ण जीवन के इर्द-गिर्द घूमता है, जिन्होंने अपने ससुर मल्हार राव होल्कर के अटूट समर्थन के साथ, पहले से तय किए गए समाज के नियमों को चुनौती दी और लोगों के कल्याण के लिए सकारात्मक योगदान दिया। अब अहिल्या बाई के जीवन के एक और शानदार अध्याय को प्रस्तुत करते हुए शो में ‘मां से मातोश्री अध्याय’ दिखाया जा रहा है, जिसमें अहिल्याबाई का ‘संस्कार देने वाली मां से जिंदगी देने वाली मातोश्री बनने का सफर’ है। इसी के साथ इस शो ने 8 साल का लीप लिया है।

पॉपुलर एक्टर संदीप गायकवाड़ तुकोजी के किरदार में नजर आएंगे, जिन्होंने मराठी मनोरंजन उद्योग में अपने उल्लेखनीय काम से दर्शकों को प्रभावित किया है। इस रोल की तैयारी के बारे में बात करते हुए एक्टर संदीप गायकवाड़ ने बताया, “अहिल्याबाई होल्कर के इतिहास के बारे में जानने और यह महसूस करने के बाद कि तुकोजी की भूमिका निभाने में कितनी संभावनाएं हैं, मैं इस रोल को निभाने और इस तरह के शो का हिस्सा बनने पर वाकई सम्मानित महसूस कर रहा हूं। पुण्यश्लोक अहिल्याबाई ने लाखों दिलों को जीता है और अहिल्याबाई के उल्लेखनीय काम ने कई लोगों को प्रेरित किया है। मेरा किरदार तुकोजी एक बेहद मजबूत इरादों वाले और ईमानदार व्यक्ति हैं, जो महत्वाकांक्षी और एक महान योद्धा भी हैं। एक योद्धा के रूप में अपने रोल की तैयारी के लिए मैंने वर्कशॉप्स में हिस्सा लिया, जहां मैंने घुड़सवारी और तलवारबाजी भी की।

चूंकि मैं योग और कसरत करता हूं, तो यह मेरे लिए बहुत मुश्किल नहीं था, और मैंने ट्रेनिंग के दौरान बहुत मजा लिया। तुकोजी एक ऐसी शख्सियत हैं, जो हमेशा वफादार थे और मल्हार राव और अहिल्याबाई होल्कर का समर्थन करते थे। दर्शकों को यह भी देखने को मिलेगा कि उन्होंने किस तरह निस्वार्थ भाव से अहिल्याबाई का हर संभव तरीके से समर्थन किया, खासकर तब, जब वो मां से मातोश्री बनने की यात्रा पर थीं।