गंगा में तैरती लाशों पर चुप्पी तोड़े नीतीश कुमार, गंगा में तैरती मिली लाशों को दफनाया क्यों

सबसे बड़ा सवाल बनता है कि आखिर इन लाशों को दाह संस्कार न करके आखिर किन परिस्थितियों में गंगा किनारे गड्ढा खोद के दफन किया गया।

पटना ।
बक्सर के गंगा घाट पर तैरती मिली लाशों को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि गंगा में प्रवाहित लाशों को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री चुप्पी तोड़े और बताएं कि आखिर वें लाशें बिहार की है या उत्तर प्रदेश की। उन्होंने कहा कि गंगा में प्रवाहित इन लाशों से यह तो स्पष्ट है कि ये लाश हिन्दू धर्मावलंबियों की होगी। ऐसे में ये सबसे बड़ा सवाल बनता है कि आखिर इन लाशों को दाह संस्कार न करके आखिर किन परिस्थितियों में गंगा किनारे गड्ढा खोद के दफन किया गया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ये हिन्दू लाशों को अपमानित करने का कृत्य है।

प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन का कहना है कि हाईकोर्ट ने पुनः स्वतः संज्ञान लेकर राज्य सरकार से इस मामले पर कल तक अपना पक्ष रखने को कहा है। ऐसे में बार बार नीतीश कुमार के ढुलमुल नीति के कारण राज्य सरकार के क्रियाकलापों पर माननीय न्यायालय हस्तक्षेप करके उनसे लोकहित में उचित व्यवहार की अपेक्षा कर रहा है जो ये बताने को काफी है कि बिहार की वर्तमान सरकार हर मोर्चे पर आत्मसमर्पण की भूमिका में आ खड़ी हुई है।