कोटक म्यूचुअल फंड ने दिल्ली में सीबीएसई के साथ साझेदारी में एक ‘सीखो पैसो की भाषा’ का किया आयोजन

दिल्ली। कोटक म्यूचुअल फंड ने दिल्ली में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के साथ साझेदारी में अपनी निवेशक शिक्षा और जागरूकता पहल, ‘सीखो पैसो की भाषा’ का आयोजन किया। यह पहल शिक्षकों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कई तरह के शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करके वित्तीय साक्षरता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए तैयार की गई, जिसका उद्देश्य शिक्षकों में वित्तीय मामलों की समझ विकसित करने को बढ़ावा देना है ताकि उनके माध्यम से संभावित प्रगतिशील भविष्य की दिशा में भारत की यात्रा में योगदान किया जा सके।

इस पहल का उद्देश्य दिल्ली में 5025 से अधिक सीबीएसई शिक्षकों को वित्तीय साक्षरता के बारे में शिक्षित करना और उनके बीच इस विषय पर जागरूकता पैदा करना है। इस पहल में महिलाओं की 50% भागीदारी होने की उम्मीद है, इस तरह यह पहल समानतापूर्ण आर्थिक वृद्धि और विकास को बढ़ावा देने पर जोर देती है।

इसपहल के हिस्से केरूप में, कोटक म्यूचुअलफंड ने सेंटर फॉरइन्वेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) से 500 से अधिक कुशलप्रशिक्षकों को अपने साथजोड़ा है, जो यहसुनिश्चित करते हुए किपूरे कार्यक्रम में गुणवत्ता औरप्रासंगिकता बरकरार रखी जाए, प्रभावशालीसत्रों का नेतृत्व करेंगे.

साधु वासवानी इंटरनेशनल स्कूल के संतोष व्यास ने कहा, “हमारे स्कूल को कोटक म्यूचुअल फंड और सीबीएसई की पहल ‘सीखो पैसो की भाषा’ का हिस्सा बनने का सौभाग्य मिला है। हम अपने शिक्षकों को उनके जीवन में आवश्यक वित्तीय ज्ञान/कौशल विकसित करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह कार्यक्रम उन्हें सही जानकारी के आधार पर उचित वित्तीय निर्णय लेने के लिए आवश्यक मूल्यवान ज्ञान और साधन-सुविधाओं से परिचित कराएगा।”

श्री किंजल शाह, हेड- डिजिटल बिजनेस, मार्केटिंग और एनालिटिक्स, कोटक म्यूचुअलफंड ने कहा, “इस निवेशक शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम ‘सीखो पैसो की भाषा’ के माध्यम से, हम वित्तीय सशक्तीकरण विकसित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। हमारा मानना है कि शिक्षक हमारे देश के भाग्य विधाता होते हैं और नई पीढ़ी को ढालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सीबीएसई के साथ हमारी यह साझेदारी, वित्तीय साक्षरता और निवेश के बारे में हमारे सम्माननीय शिक्षकों के बीच जागरूकता पैदा करने और उन्हें इस विषय में आजकल के लिहाज से जरूरी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए है। इस तरह हम मिलजुलकर ऐसा भविष्य बना सकते हैं, जहां आर्थिक रूप से जागरूक शिक्षक अर्थव्यवस्था को और ज्यादा बेहतर बनाने में अपना उल्लेखनीय योगदान कर सकें।”

यह पहल भारत को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य प्रगति और विकास की राह पर तेज गति से चलने की देश की महत्वाकांक्षा के साथ पूरी तरह से तालमेल बिठाना है।’सीखो पैसो की भाषा’ कार्यक्रम से हमें यह उम्मीद है कि यह पहल देश के वित्तीय ताने-बाने को मजबूत करने में मदद करेगी।