बेंगलुरु। भारत में ऑनलाइन शॉपिंग जितनी तेजी से बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से धोखाधड़ी और दुरुपयोग के मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में Amazon अपने ग्राहकों और विक्रेताओं की सुरक्षा के लिए लगातार मजबूत कदम उठा रहा है।
Amazon Prime, स्पीड और फुलफिलमेंट एक्सपीरियंस इंडिया के डायरेक्टर और हेड, अक्षय साही ने कहा, “हम एक ग्राहक-केंद्रित कंपनी हैं और एक सुरक्षित व भरोसेमंद खरीदारी अनुभव देना हमारी प्राथमिकता है। हम ग्राहकों से भी अनुरोध करते हैं कि वे सजग रहें और हमारी सुझाई गई सुरक्षा सलाहों का पालन करें।”
उन्होंने आगे कहा, “विक्रेताओं के लिए भी हमने कई पहल की हैं। उदाहरण के लिए, Safe-T क्लेम के ज़रिए विक्रेता डिलीवरी या पेमेंट से जुड़ी समस्याओं को सुलझा सकते हैं। समय पर रिपोर्ट करने से जांच जल्दी होती है और विक्रेता का खाता सुरक्षित रहता है।”
धोखाधड़ी का बदलता रूप जैसे-जैसे ऑनलाइन शॉपिंग का चलन बढ़ा है, धोखाधड़ी के मामले भी बढ़े हैं। PwC इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल के वर्षों में हुए धोखाधड़ी के 57% मामले सोशल मीडिया, ई-कॉमर्स और फिनटेक प्लेटफॉर्म्स से जुड़े हुए हैं।
धोखाधड़ी के मुख्य प्रकार:
विक्रेता से जुड़ी धोखाधड़ी: कुछ विक्रेता नकली या खराब प्रोडक्ट बेचते हैं, जिससे ग्राहक का भरोसा टूटता है।
फुलफिलमेंट नेटवर्क की समस्या: डिलीवरी नेटवर्क से जुड़े कुछ लोग असली प्रोडक्ट की जगह नकली प्रोडक्ट भेजते हैं या डिलीवरी की स्थिति से छेड़छाड़ करते हैं। ग्राहकों की गलत हरकतें: कुछ ग्राहक भी कंपनी की सुविधाओं का गलत इस्तेमाल करते हैं जैसे कि गलत तरीके से रिटर्न और रिफंड की मांग करना।
Amazon की सुरक्षा पहलें ग्राहकों और विक्रेताओं की सुरक्षा के लिए Amazon ने कई उपाय किए हैं:
OTP वेरिफिकेशन: कीमती सामान की सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए।
सख्त विक्रेता जांच प्रक्रिया: मार्केटप्लेस में भरोसेमंद विक्रेताओं की पहचान के लिए।
सुरक्षित पैकिंग: टैम्पर-एविडेंट बैग्स और यूनिक पैकेज ID से ग्राहक डिलीवरी के समय पैकेज की जांच कर सकते हैं।
ओपन बॉक्स डिलीवरी: ग्राहक डिलीवरी के वक्त प्रोडक्ट खोलकर चेक कर सकते हैं।
AI की मदद से धोखाधड़ी की पहचान: मशीन लर्निंग से संदिग्ध गतिविधियों की पहचान और रोकथाम।
24×7 ग्राहक सहायता: अगर फिर भी कोई समस्या होती है तो कस्टमर केयर हमेशा मदद के लिए तैयार है।
ग्राहक की भूमिका भी है अहम
ग्राहकों की जागरूकता भी बहुत जरूरी है। कुछ आसान से कदम उठाकर आप खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सकते हैं:
OTP खुद ही साझा करें: किसी अनजान को OTP शेयर न करें।
पैकेज की जांच करें: अगर पैकेज में कोई गड़बड़ी दिखे तो तुरंत डिलीवरी वाले को बताएं और पैकेज रिसीव न करें।
रिटर्न करते समय पूरी सावधानी बरतें: आइटम की ओरिजिनल कंडीशन, बॉक्स और सभी दस्तावेज साथ दें।
फेक कॉल्स और ईमेल से सावधान रहें: ऑफिशियल Amazon वेबसाइट या ऐप से ही जानकारी लें।
समस्या तुरंत रिपोर्ट करें: ऑर्डर नंबर और फोटो के साथ जल्दी रिपोर्ट करें ताकि समाधान जल्दी हो सके।
आगे का रास्ता
ऑनलाइन धोखाधड़ी से लड़ाई लगातार जारी है। अगर हम सभी सजग रहें और सुरक्षा उपायों का पालन करें, तो हम ई-कॉमर्स को सबके लिए एक सुरक्षित और भरोसेमंद जगह बना सकते हैं।