शिवाजी कॉलेज में मनाया गया गुरु वंदन कार्यक्रम

 

नई दिल्ली। साहित्यिक – सांस्कृतिक संस्था उद्गीत एवं हिंदी विभाग शिवाजी कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवर स्वर्गीय प्रोफेसर रमेश गौतम सर की स्मृति में “गुरु वंदन कार्यक्रम” का आयोजन दिनांक 24 अगस्त 2024 को किया गया | प्रोफेसर रमेश गौतम नाट्य जगत के एक बड़े हस्ताक्षर रहे हैं । हिन्दी विभाग के पूर्व विभागध्यक्ष तथा पूर्व निदेशक, जीवन पर्यन्त शिक्षण संस्थान जैसे पदों पर उन्होंने कार्य किया।आज उनके विद्यार्थी देश और दुनिया के अलग अलग विश्वविद्यालयों में उच्च पदों पर आसीन हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के बहुत से कॉलेजों के प्राचार्य पद पर हैं , लगभग सभी कॉलेजों के हिन्दी विभागों में उनके शिष्य पढ़ा रहे हैं। इस लंबी ज्ञान परंपरा का वंदन करते हुए उनके शिष्यों ने यह कार्यक्रम आयोजित किया जो अपनी तरह का अनूठा प्रयास है। यह कार्यक्रम आज की शिक्षा व्यवस्था में गुरु और शिष्य के बीच एक निश्छल स्नेह आदर भाव के जागरण को समाज में आमंत्रित करता है ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रसिद्ध साहित्यकार मीरा कांत एवं कार्यक्रम में अध्यक्षीय वक्तव्य के लिए डॉ. यामिनी गौतम (पूर्व, उप प्राचार्य मैत्रेयी कॉलेज) उपस्थित रहे | शिवाजी कॉलेज के प्राचार्य एवं कार्यक्रम के संरक्षक प्रोफेसर वीरेंद्र भारद्वाज और कार्यक्रम की संयोजिका तथा हिन्दी विभाग प्रभारी डॉ ज्योति शर्मा ने मिलकर इस अवसर पर उद्गीत नामक साहित्यिक सांस्कृतिक पत्रिका और उद्गीत नाम से ही वेबसाइट का विमोचन किया। udgeet.in पर इस वेबसाइट को देखा जा सकता है।कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने अपना शुभकामना संदेश दिया । इस अवसर पर लाल बहादुर शास्त्री संस्थान की प्रोफ़ेसर सविता मुद्गिल, भगिनी निवेदिता कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर राज भारद्वाज, रामजस कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर अजय अरोड़ा, डूटा के पदाधिकारी रहे प्रो राजवीर शर्मा , प्रसिद्ध रंगकर्मी और मिरांडा हाउस कॉलेज में प्राध्यापक डॉ. रमा यादव समेत दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों से प्रो आशा( अदिति कॉलेज ) , प्रो अनिल( ज़ाकिर हुसैन कॉलेज), प्रो संजय कुमार शर्मा और प्रो अर्चना गौड़(रामलाल आनंद कॉलेज) , प्रो सारिका ( एलएसआर कॉलेज ) ,प्रो जय विनोद और प्रो जितेंद्र कालरा( वेंकटेश्वर कॉलेज) प्रो ममता(अंबेडकर कॉलेज), डॉ कुसुम ( दौलतराम कॉलेज) प्रो.मनोज( हिंदू कॉलेज) , डॉ ज्ञानेन्द्र (किरोड़ीमाल कॉलेज ) डॉ अशोक , डॉ हृदयेश ( हिन्दी विभाग,दिवि), प्रो मंजु शर्मा और डॉ ऋतु (कालिन्दी कॉलेज) प्रो दीपमाला(खालसा कॉलेज, देवनगर ) डॉ एनी ( जीसस एंड मेरी कॉलेज) आदि अनेक गणमान्य जन, शोधार्थी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस प्रकार के प्रयास भारत की गुरु शिष्य परंपरा की अनमोल धरोहर को अपने विद्यार्थियों और शिक्षा व्यवस्था को एक प्रायोगिक लैब के माध्यम से समझने समझाने का महत्वपूर्ण क़दम हैं ।