बैटरी स्वॉपिंग स्टेशनों के लिए टाटा पावर-डीडीएल ने बाज़ बाइक्स से किया समझौता

 

 

नई दिल्ली। टाटा पावर-डीडीएल ने बैटरी स्वॉपिंग सेवा प्रदाता मैसर्स बाज़ बाइक्स (इलैक्टॉर्क टेक्नोलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड) के साथ एक समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है, जिसके तहत उत्तरी एवं उत्तर पश्चिमी दिल्ली में इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी स्वॉपिंग स्टेशनों का संवर्धन तथा नए स्टेशनों को स्थापित किया जाएगा। समझौते के अनुसार, टाटा पावर-डीडीएल बैटरी स्वॉपिंग स्टेशनों के लिए स्थान उपलब्ध कराएगी जबकि मैसर्स बाज़ बाइक्स, इन स्टेशनों की डिजाइनिंग, खरीद, इंस्टॉलेशन एवं मेंटीनेंस के लिए जिम्मेदार होगी।

इस एमओयू पर टाटा पावर-डीडीएल तथा मैसर्स बाज़ बाइक्स (इलैक्टॉर्क टेक्नोलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड) ने दोनों संगठनों के सीनियर अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए जिनमें गजानन एस काले, चीफ एग्जीक्युटिव ऑफिसर, टाटा पावर-डीडीएल; सुश्री किरण गुप्ता, चीफ-कस्टमर एक्सपीरियेंस, कमर्शियल गवर्नमेंट अफेयर्स, ईएसी एवं कंज्यूर लिटिगेशन, टाटा पावर-डीडीएल; राजेश बहल, चीफ ऑपरेशंस एंड सेफ्टी, टाटा पावर-डीडीएल; शुभम श्रीवास्तव, को-फाउंडर, मैसर्स बाज़ बाइक्स; अभिषेक गुप्ता, डायरेक्टर-पार्टनरशिप एंड पॉलिसी, मैसर्स बाज़ बाइक्स शामिल रहे।

इस पार्टनरशिप का मकसद दिल्ली में कमर्शियल गिग इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मोबिलिटी को बढ़ावा देना है। यह पहल, गिग वर्कर्स को फायदा पहुंचाने के साथ-साथ अनौपचारिक क्षेत्र को भी औपचारिक रूप देते हुए बढ़ावा देगा। इस जुड़ाव से बिजली चोरी की घटनाओं में कमी आने और साझा ई-मोबिलिटी के क्षेत्र में कमाई के अवसरों में सुधार होने की संभावना है। शुरुआत में, बाज़ बाइक्स तीन बैटरी स्वॉपिंग स्टेशनों की स्थापना टाटा पावर-डीडीएल के रोहिणी ग्रिड-5, रोहिणी ग्रिड-23 तथा रोहिणी ग्रिड-28 स्थित ग्रिड सब-स्टेशनों में करेगी।

इस पार्टनशिप के बारे में टाटा पावर-डीडीएल के सीईओ गजानन एस काले ने कहा, “टाटा पावर-डीडीएल दिल्ली में ईवी चार्जिंग तथा बैटरी स्वॉपिंग स्टेशनों का मजबूत नेटवर्क स्थापित करने के लिए बाज़ बाइक्स के साथ इस पार्टनरशिप को लेकर बेहद प्रसन्न है। यह पार्टनरशिप इलैक्ट्रिक टू-व्हीलर्स को बढ़ावा देगी जो कि पर्यावरण के लिए फायदेमंद है। हम मिलकर स्वच्छ हवा, शोर प्रदूषण में कमी और दिल्ली के युवाओं के लिए बेहतर सामाजिक-आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देने के लिए गिग-इकनॉमी को और मजबूत बनाएंगे तथा शहर के अधिक हरे-भरे भविष्य के लिए काम करेंगे।