नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के विधायकों के सामने संकट उत्पन्न हो गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायकों ने बैठक के बाद अंतिम निर्णय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है। अब कांग्रेस आलाकमान को तय करना है कि पंजाब का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ?
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष पवन गोयल ने कहा कि हरीश रावत जी और अजय माकन जी ने कल सभी विधायकों के साथ बैठक की। सभी विधायकों ने एक प्रस्ताव पारित किया गया है, अब इस पर सोनिया गांधी जी का जो भी निर्णय होगा वो हमें मंजूर होगा।
असल में, राज्यभर के कांग्रेस नेताओं की ये शिकायत थी कि पंजाब की सरकार नौकरशाहों द्वारा चलाई जा रही है। मार्च 2017 में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, अमरिंदर ने 1983 बैच के आईएएस अधिकारी सुरेश कुमार को अपना मुख्य प्रधान सचिव नियुक्त किया, जो केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव के बराबर का पद था।
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस ने पंजाब में बाहरी एजेंसियों द्वारा एक सर्वे करवाया। जिसमें पाया गया कि सीएम की लोकप्रियता कम हो गई थी। जिसके बाद कैप्टर अमरिंदर सिंह की क्षमता पर सवालिया निशान खड़े हो गए। मामला तब ज्यादा गड़बड़ा गया, जब कांग्रेस के बागी नेता ही जनता के सामने ये कहने लगे कि उनकी सरकार ने चुनावी वादे नहीं पूरे किए। इन सब वजहों से परेशान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया।