नई दिल्ली। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के वयोवृद्ध नेता 93 वर्षीय मोतीलाल वोरा का आज निधन हो गया। उनके निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने अपनी शोक संवदेनाएं प्रकट की है। कई दूसरे दलों के नेताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस समय मोतीलाल वोरा के जाने से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए झटके के तौर पर देख जा रहा है।
असल में, हाल ही में कांग्रेस के रणनीतिकार अहमद पटेल की मृत्यु हो गईं थी। उसके बाद आज मोतीलाल वोरा का निधन हो गया। ये दोनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सबसे भरोसेमंद लोगों में शुमार थे। जिनसे मंत्रणा के बाद सोनिया गांधी निर्णय लेती थी। कल ही कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक हुई। कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चुनाव करना है। पार्टी का एक खेमा राहुल गांधी के विरोध में आवाज बुलंद कर रहा है। कुछ लोग पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी तो कई गांधी परिवार से हटकर अध्यक्ष की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि एक के बाद एक चुनाव कांग्रेस हार रही है। इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित वरिष्ठ नेताओं में आत्मविश्वास कम हा रहा है। बीते कुछ महीनों से करीब दर्जन से अधिक केंद्रीय नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तक के खिलाफ खूब बयानबाजियां की। और तो और, कइयों ने तो पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में काम करने से भी परोक्ष तरीके से मना कर दिया। बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद और पश्चिम बंगाल चुनाव के विधानसभा चुनाव से पहले सोनिया गांधी को लगा कि पार्टी संगठन को नए सिरे से संवारा जाए। सो, दिसंबर के तीसरे सप्ताह में उन्होंने केंद्रीय नेताओं की बैठक बुलाई।
जानकारों की मानें तो सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं और परिवार समर्थक वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद अब यह तय माना जा रहा है कि राहुल गांधी ही कांग्रेस के नए अध्यक्ष होंगे। हालांकि बैठक में जब कुछ नेताओं ने उनको अध्यक्ष बनाने की बात कही तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि यह काम संगठन पर छोड़ देना चाहिए, जो एक निर्धारित प्रक्रिया के तहत अध्यक्ष का चुनाव करेगी। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी उनको जो भी जिम्मेदारी देगी वे उसे निभाने को तैयार हैं। वैसे, अब तक अध्यक्ष बनने से इनकार कर रहे राहुल का यह स्टैंड उनके अध्यक्ष बनने की ओर पहला कदम है।