सरकार का बडा निर्णय, दो दिन बंद रहेंगे सभी मंदिर

दक्षिण के राज्यों में इसके प्रसार और व्यापक प्रभाव की बात कही जा रही है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में कोरोना संक्रमण की दर बढती जा रही है। केरल सरकार भी इससे चिंतित है। इसलिए सरकार की ओर से इस प्रकार का निर्णय लिया जा रहा है।

तिरुवनंतपुरम। केरल में कोविड-19 (COVID19 in Kerala) के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से शनिवार सुबह से लागू किए जा रहे नौ दिवसीय लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान सबरीमला (Shabrimala) स्थित भगवान अयप्पा मंदिर सहित सभी बड़े मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे। दक्षिणी राज्य में 1,200 से अधिक मंदिरों का प्रबंधन देखने वाले त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि इसके प्रबंधन क्षेत्र में आने वाले मंदिरों में लॉकडाउन के दौरान श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

टीडीबी (TDB) के अधिकारियों ने यहां कहा कि हालांकि मंदिरों में दैनिक पूजा-अर्चना संबंधी रस्में जारी रहेंगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि के दौरान संबंधित मंदिरों के प्रमुख पुजारियों से विमर्श के बाद पूजा-अर्चना संबंधी रस्मों के लिए सुबह सात बजे से सुबह दस बजे तक और शाम पांच बजे से शाम सात बजे तक का समय निर्धारित किया जा सकता है।

टीडीबी ने कहा कि लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान मंदिरों में कोई उत्सव आयोजित नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन पहले से निर्धारित विवाह कार्यक्रम कोविड रोधी प्रोटोकॉल के पूर्ण अनुपालन के साथ मंदिरों के बाहर आयोजित किए जा सकते हैं जिनमें सीमित संख्या में अतिथि शामिल होंगे।

असल में, हाल के दिनों में उत्तर भारत के राज्यों में कोरोना (COVID19) संक्रमण के कमी की बात कही जा रही है और इसके साथ ही दक्षिण के राज्यों में इसके प्रसार और व्यापक प्रभाव की बात कही जा रही है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में कोरोना संक्रमण की दर बढती जा रही है। केरल सरकार भी इससे चिंतित है। इसलिए सरकार की ओर से इस प्रकार का निर्णय लिया जा रहा है।

हाल ही में केंद्र सरकार के विशेषज्ञों ने कोरोना के तीसरी लहर के आशंका को जाहिर कर दिया है। इसके बाद लोगों की चिंता बढ गई है कि दूसरी लहर में यह इतना मारक है, तो पता नहीं तीसरी लहर में कोरोना क्या करेगा ?