Doctor Said, पानी पीने से आपका इम्यून सिस्टम बनेगा मजबूत

पानी शरीर में डिटाॅक्स करने में बेहद कारगर है, जिससे शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। मल, मूत्र एवं पसीने के जरिए इन टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकाला जाता है, इसे डीटॉक्सिफिकेशन कहते हैं।

मुंबई। जल ही जीवन है। बिन पानी सब सून। जैसी बातें हम सुनते आए हैं। लेकिन, आपको पता है कि पानी पीने से हमारा इम्युन सिस्टम मजबूत बनता है। कोरोना में सबसे अधिक यदि किसी चीज की बात होती है, तो वह है इम्युनिटी की। तो, आइए समझते हैं कि कैसे पानी पीने से हमारे इम्युनिटी सिस्टम पर प्रभाव पडता है।

टीनएबी से बात करते हुए जसलोक हाॅस्टिपल के डेलनाज चंदुवाडीया, हैड ऑफ डिपार्टमेन्ट एण्ड चीफ कन्सलटेन्ट- डायटेटिक्स ने बताया कि पानी सबसे जरूरी पोषक तत्व है और पानी पीने के ढेरों फायदे हैं………….वास्तव में पानी को जीवन के लिए अमृत कहा गया है। ऐसे में जरूरी है कि आप पानी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानें क्योंकि पानी मनुष्य के शरीर का 70 फीसदी हिस्सा बनाता है और शरीर की हर कोशिका को हाइड्रेट, डिटाॅक्स करता है, शरीर का तापमान सामान्य बनाए रखकर जीवनशैली को स्वस्थ बनाता है।

उन्होंने बताया कि कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने के लिए पानी जरूरी है, यह बालों, त्वचा और नाखुनों की कोशिकाओं का अभिन्न हिस्सा है। पानी कोलाजन के उत्पादन में मदद कर कोशिकाओं की उम्र बढ़ने से रोकता है। इसके अलावा, पानी जोड़ों एवं रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी जरूरी है क्योंकि पानी शरीर में लुब्रिकेन्ट की भूमिका निभाता है, जिसके परिणामस्वरूप जोड़ों के बीच फ्रिक्शन कम होता है।

जसलोक हाॅस्टिपल के डेलनाज चंदुवाडीया के अनुसार, शरीर का तापमान सामान्य बनाए रखने के लिए तरल का संतुलन बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपके शरीर में एंजाइम ठीक से काम करते रहें, इसके लिए शरीर का तापमान सामान्य बना रहना बहुत जरूरी है, अगर ऐसा नहीं होगा तो शरीर के सभी काम रूक जाएंगे। कई अध्ययनों में पाया गया है कि पानी का सेवन सही मात्रा में करने से शरीर की वसा को बर्न करने में मदद मिलती है, इस तरह यह वजन कम करने में भी मददगार है।

विज्ञान कहता है कि प्यास लगना डीहाइड्रेशन का संकेत है, इसलिए जरूरी है कि आप दिन भर पानी पीते रहें। डीहाइड्रेशन के कारण शरीर में उर्जा का स्तर कम हो जाता है और इम्यून सिस्टम (बीमारियों से लड़ने की ताकत) कमजोर पड़ जाता है। वे लोग जो अधिक सक्रिय रहते हैं, शारीरिक व्यायाम करते हैं, खेलते हैं, उनमें पसीना ज्यादा बहता है, ऐसे में उनके लिए अपने शरीर को नियमित रूप से हाइड्रेट करना बहुत जरूरी है। शरीर से पानी ज्यादा निकल जाने से क्रैम्प्स पड़ने लगते हैं और शरीर लेक्टेट को बफर करने में सक्षम नहीं रहता। अक्सर देखा जाता है कि एथलीट्स और बॉस्केटबॉल खिलाड़ियों को हाइपरथर्मिया हो जाता है या पानी की कमी एवं बहुत ज्यादा डीहाइड्रेशन के चलते उनका ब्लड प्रेशर गिर जाता है। ऐसी स्थिति में रीहाइड्रेट करना बहुत जरूरी है। अगर आपमें डायरिया, कम पानी पीना, पेट में फ्लू, बहुत ज्यादा दवाएं लेना जैसी स्थितियां हैं या आपने पिछली रात ज्यादा शराब का सेवन किया है तो ऐसे में शरीर को रीहाइड्रेट करना बहुत अधिक महत्वपूर्ण होता है। रीहाइड्रेशन ओरल माध्यम से या इन्ट्रावीनस तरीके से किया जा सकता है।

महामारी के इस दौर में जब हममें से ज्यादातर लोग घर से काम कर रहे हैं, अक्सर हम पानी पीने पर ठीक से ध्यान नहीं देते। दिन भर चलने वाले वर्चुअल मीटिंग्स, कॉन-कॉल, असाइनमेन्ट और घर के कामों के बीच अक्सर हम पानी पीना भूल जाते हैं। ऐसी स्थिति में हमें अपने पास पानी की बोतल रख या हेल्थ ऐप के जरिए रिमाइंडर लगाकर बार-बार पानी पीते रहना चाहिए।

पनी शरीर में डिटाॅक्स करने में बेहद कारगर है, जिससे शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। दिन भर हमारे शरीर में पर्यावरण एवं भोजन आदि के माध्यम से कई तरह के टॉक्सिन्स जमा हो जाते हैं। मल, मूत्र एवं पसीने के जरिए इन टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकाला जाता है, इसे डीटॉक्सिफिकेशन कहते हैं। पसीना आने से शरीर का तापमान भी सामान्य बना रहता है। गर्मियों में अक्सर हम ज्यादातर समय घर के अंदर बिताते हैं, हम एसी में रहते हैं, ऐसे में दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है। वे लोग जो कम पानी पीते हैं, उनका यूरीन सैचुरेटेट होता है और कई बार इसमें स्टोन बनने की संभावना भी हो जाती है। यूरीन को डाइल्यूट करने और साथ ही स्टूल्स (मल) को सामान्य बनाए रखने के लिए भी उचित मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है।

इसके अलावा, रक्त की सामान्य संरचना को बनाए रखने के लिए भी पानी का सेवन सही मात्रा में करना जरूरी है। रक्त शरीर के सभी अंगों तक पोषक तत्व पहुंचाता है। यह शरीर की उर्जा बढ़ाता है और मैटाबोलिक रेट बढ़ाकर मानसिक थकान दूर करता है। जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्राइनोलोजी एण्ड मैटाबोलिज्म द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार 500 एमएल पानी पीने से मैटाबोलिज्म की दर 30 फीसदी तक बढ़ जाती है।

कुछ शहरों में खारा पानी होता है, ऐसे स्थानों पर पानी को साफ करके पीना चाहिए। पानी को साफ करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे 10 मिनट के उबालें। जहां पानी उबालना संभव न हो, वहां उपभोक्ता का जागरुक होना जरूरी है। उन्हें पानी की गुणवत्ता की जांच कर सुनिश्चित करना चाहिए वे सुरक्षित पेयजल का ही सेवन करें। इससे आप स्वस्थ, हाइड्रेटेड रहेंगे और अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकेंगे।