नई दिल्ली। चिल्ड्रंस डे के मौके पर, बिसलरी इंटरनेशनल प्रा. लि. ने अपने प्रमुख कार्यक्रम – बॉटल्स फॉर चेंज के तहत उपयुक्त प्लास्टिक छंटाई, निपटान और पुनर्चक्रण के लिए चलाए जाने वाले अभियान के लिए दिल्ली के युवाओं में बदलाव लाने वाले संगठनों के साथ भागीदारी की है। इस पहल के एक हिस्से के रूप में, संगठन ने दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कनेक्टिंग ड्रीम्स फाउंडेशन और भारती कॉलेज के साथ भागीदारी की है, इस कार्यक्रम का शुभारंभ श्री कुमार अभिषेक, आईएएस, डिप्टी कमिश्नर, वेस्ट जोन, एमसीडी और नोडल ऑफिसर स्वच्छ भारत मिशन ने एमएलपी प्लास्टिक से बने रिसाइकिल बेंचों का रिबन काटकर किया। इस भागीदारी का लक्ष्य छात्रों को सर्कुलर अर्थव्यवस्था के 3आर सिद्धांत, रिकवर, रिसाइकल और रियूज के बारे में जागरूक बनाना
कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि, श्री कुमार अभिषेक, आईएएस, डिप्टी कमिश्नर, वेस्ट जोन, एमसीडी और नोडल ऑफिसर स्वच्छ भारत मिशन ने कहा, “अपशिष्ट प्रबंधन एक महत्वपूर्ण समस्या है, जिसे हल करने की आवश्यकता है। यूज्ड प्लास्टिक के निपटान और पुनर्चक्रण के जिम्मेदार तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है।
इस भागीदारी पर बोलते हुए, एंजेलो जॉर्ज, सीईओ, बिसलरी इंटरनेशनल प्रा. लि. ने कहा, “सर्कुलर अर्थव्यवस्था का निर्माण करने के सामूहिक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, हमारा लक्ष्य नागरिकों, विशेषकर युवाओं के साथ भागीदारी करने का है। हम प्रभावशाली चेंजमेकर्स का एक मजबूत नेटवर्क बनाना चाहते हैं, जो स्थिरता के बारे में भावुक हो और परिवर्तनकारी बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हो।
कार्यक्रम में प्रोफेसर रेखा सप्रा, प्रिंसीपल, भारती कॉलेज, श्री के नागेश, एसजीएम सस्टेनेबिलिटी और ओएसआर, बिसलरी इंटरनेशनल प्रा. लि., श्री आशीष जैन, डायरेक्टर, इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन (आईपीसीए) और डा. अमित टुटेजा, संस्थापक, कनेक्टिंग ड्रीम्स फाउंडेशन इंडिया उपस्थित थे।
बिसलरी इंटरनेशनल ने कनेक्टिंग ड्रीम्स फाउंडेशन और भारती कॉलेज के साथ की भागीदारी
युवा हमारा भविष्य हैं, इसलिए कम उम्र से ही उन्हें प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के बारे में शिक्षित करके और एक सर्कुलर अर्थव्यवस्था का निर्माण करने में सक्षम बनने के लिए संवेदनशील बनाना शुरू करना होगा।