मुंबई। सोनी सब का लोकप्रिय शो पुष्पा इम्पॉसिबल ने अपने शानदार तीन साल पूरे कर लिए हैं। यह शो एक सशक्त सिंगल माँ पुष्पा की प्रेरणादायक यात्रा को दर्शाता है, जिसे करुणा पांडे ने बेहद संवेदनशीलता और ईमानदारी के साथ निभाया है। शो ने अपने दिल छू लेने वाले पात्रों और ज़मीन से जुड़ी कहानियों के ज़रिए दर्शकों से गहरा जुड़ाव बनाया है। अशुल त्रिवेदी, जयेश मोरे, गरिमा परिहार, दर्शन गुर्जर, देशना दुग्गड़ और नवीन पंडिता जैसे कलाकारों की बेहतरीन अदाकारी ने शो को और भी खास बना दिया है। शो में महिलाओं की शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और जीवन में दूसरी बार मौके जैसी सामाजिक विषयों को संवेदनशीलता से पेश किया गया है।
करुणा पांडे, पुष्पा की भूमिका में:
“तीन साल बाद भी मुझे यह देखकर हैरानी होती है कि पुष्पा हर वर्ग के लोगों से कितनी गहराई से जुड़ गई है। कोई छात्र हो, कोई कामकाजी माँ या कोई रिटायर्ड टीचर—हर कोई कहता है, ‘पुष्पा तो हमारी जैसी लगती है।’ यही जुड़ाव इस शो की आत्मा है। हमने दर्शकों के साथ-साथ खुद को भी विकसित होते देखा है, और शायद यही कारण है कि यह रिश्ता दिन-ब-दिन और मजबूत हुआ है। पुष्पा की यात्रा आज भी उतनी ही ताजगी से भरी, सटीक और अपनी लगती है—मेरे लिए ही नहीं, बल्कि हर उस दर्शक के लिए जो इन वर्षों में उसके साथ चला है।”
जमनादास मजेठिया, निर्माता, हैट्स ऑफ प्रोडक्शन:
“पुष्पा इम्पॉसिबल हमेशा एक शो से बढ़कर रहा है—यह असली लोगों और असली ज़िंदगी की झलक है। जब हमने पुष्पा का किरदार गढ़ा था, तो हमारा इरादा था एक ऐसी कहानी कहना जो सच्चाई से जुड़ी हो लेकिन आशा से भरी हो। तीन साल बाद दर्शकों से मिला प्यार और जुड़ाव आज भी हमें अभिभूत करता है। ऐसा कम ही होता है कि कोई शो भावनाओं और सशक्तिकरण—दोनों को इतने संतुलित तरीके से छूता हो। इस कामयाबी का श्रेय हमारे कलाकारों, लेखकों और सोनी सब की पूरी टीम को जाता है, जिन्होंने इस कहानी की आत्मा को जीवित रखा। पुष्पा हर महिला की आवाज है, और हम गर्व से इस यात्रा को आगे बढ़ा रहे हैं।”