नई दिल्ली। आंवला में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, पोटैशयिम, कैलशियम, मैग्नीशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और डाययूरेटिक एसिड पाए जाते हैं। इन्हीं खूबियों की वजह से आंवला को 100 रोगों की एक दवा माना जाता है।
आंवले का मुरब्बा
सामग्री – आंवला – आधा किलो, चीनी – तीन सौ ग्राम, चूना भीगा हुआ – दो तीन बडे चम्मच, केसर – एक छोटा चम्मच।
विधि – आंवले को चाकू या कांटे की सहायता से गोद लें। अब इन आंवलों को चूना मिले पानी में 24 घंटे के लिए भीगने दंे। फिर चूने का पानी बदलकर सादा पानी लें। अब इस पानी में आंवलों को 24 घंटे भीगने दंे। अब इसे दो-तीन बार साफ पानी सेे धो लंे। अब 2-3 घंटे के लिए आंवले को गर्म पानी में भीगने दें। एक अलग बर्तन में चीनी में पानी व केसर डालकर एक तार की चाशनी बनाएं। इसमें आंवला डालकर दो चार उबाल आने तक पकाएं और गैस बंद कर दें। तैयार आंवले के मुरब्बे को कांच के जार में भरें। 8-10 दिन में आंवले का मुरब्बा खाने के लिए तैयार हो जाएगा।
आंवला स्क्वैश
सामग्री – आंवले का रस – एक गिलास, चीनी – तीन गिलास, पानी – एक गिलास, केसर – एक छोटा चम्मच-एक छोटा चम्मच, सोडियम बेन्जोएट-1/4 छोटा चम्मच
विधि – चीनी में पानी व केसर डालकर पकाए। जब चीनी पूरी तरह घुल जाए, तब गैस बंद कर दें। अब इसमें आंवले का रस व सोडियम बेन्जोएट डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। तैयार मिश्रण को छानकर साफ, सुखी कांच की बोतल में भरें। तैयार है आंवला स्क्वैश।
आंवला टॉफी
सामग्री – आंवला – 200 ग्राम, पिसी चीनी – एक कप, काला नमक – एक छोटा चम्मच, काली मिर्च – एक छोटा चम्मच।
विधि – आंवलों को दो चार मिनट खुले पानी में उबाल कर इसकी गुठली निकालें। सभी को मोटी-मोटी फांकों में काटकर अलग कर लें। अब इन आंवले की फांकों पर पिसी चीनी, काला नमक, काली मिर्च लगाकर पांच सात दिन धूप में सुखा दें। तैयार है आंवला टॉफी।