Cruise Drug Case : आखिरकार पुलिस की चपेट में आ ही गया किरण गोसावी, क्या है इसकी कहानी ?

धोखाधड़ी का आरोप था। पुणे पुलिस ने वांटेड भी घोषित किया हुआ था। एनसीबी ने गवाह के रूप में पहचान किया हुआ है। कई साल से फरार था लेकिन आखिरकार पुणे पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया किरण गोसावी।


मुंबई।
अपराधी कुछ दिनों के लिए तो बाहर घूम सकता है, लेकिन उसकी कारस्तानी उसे सलाखों के पीछे पहुंचा ही देती है। ऐसा ही हुआ है किरण गोसावी के साथ। किरण गोसावी (क्रूज़ ड्रग्स मामले में एनसीबी के गवाह) को हिरासत में लिया गया है। पुणे पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता का कहना है कि किरण गोसावी ने बताया कि वह सचिन पाटिल अलियास नाम से घूम रहे थे। अभी हम(किरण गोसावी) का कोविड टेस्ट करेंगे, उसके बाद हम उन्हें कोर्ट के सामने पेश करेंगे।

किरण गोसावी को 2018 के धोखाधड़ी के मामले में हिरासत में लिया गया है जिसमें वह फरार था। 2019 में पुणे सिटी पुलिस ने उसे वांटेड घोषित किया। वह तब से लापता था और उसे NCB गवाह के रूप में क्रूज़ रेड के दौरान देखा गया था। पुलिस ने 14 अक्टूबर को उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था।

पुणे पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता का कहना है कि किरण गोसावी को हमने पुणे की बाहरी इलाके से हिरासत में लिया। कई दिनों से पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। उनके ख़िलाफ़ हमारे पास एक जालसाजी का पुराना मामला था, जिसमें उन्होंने एक व्यक्ति को मलेशिया में नौकरी दिलाने के लिए पैसै लिए थे। किरण गोसावी काफी दिनों से मीडिया के माध्यम से सरेंडर की बातें जरूर कर रहा था लेकिन कभी सरेंडर हुआ नहीं था। हमने आज सुबह उसे पुणे से गिरफ़्तार किया, आगे की कानूनी कार्रवाई चल रही है।