Cruise Drugs Case : क्या मुख्य गवाह से जबरन दिलाए गए हैं बयान, क्यों कराए गए कोरा कागज पर साइन

प्रभाकर क्रूड ड्रग्स रेड मामले मे के.पी गोसावी के अलावा एक और गवाह है। इसकी ओर से कहा गया कि एनसीबी ने कोरे कागज पर साइन कराए। अब सवाल एनसीबी की सोच और मंशा पर है। राज्य के मंत्री एनसीबी अधिकारी पर सवाल उठ रहे हैं।

मुंबई। मुंबई में आर्यन खान क्रूज ड्रग्स मामले में अब सवाल एनसीबी से किए जा रहे हैं। इस केस में नया मोड़ आ गया है। कहा जा रहा है कि मुख्य गवाह से जबरत कोरे कागज पर साइन लिए गए। इसके बाद राजनीतिक हमला भी एनसीबी पर शुरू हो चुका है।

राज्य के मंत्री और राकांपा नेता नवाब मल्लिक ने सीधे तौर पर कहा कि समीर वानखेड़े जब से NCB में आए हैं, वे पहले ही दिन से फ़िल्म जगत के लोगों को टारगेट कर रहे हैं। उनका महाराष्ट्र की सरकार को बदनाम करने का उद्देश्य था।

कहा गया है कि आर्यन खान क्रूज ड्रग्स मामले में प्राइम विटनेस के.पी गोसावी के बॉडीगार्ड ने बड़ा खुलासा किया है। प्रभाकर सईल में नोटरीकृत हलफनामे में चौका देने वाले खुलासे किए हैं। प्रभाकर की ओर से कहा गया है कि एनसीबी के कार्यालय में पंचनामा पेपर बताकर खाली कागज में जबरन हस्ताक्षर कराए गए, जबकि उसे क्रूड ड्रग्स मामले में हुई गिरफ्तारी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। प्रभाकर ने बताया कि वह किरण गोसावी के पर्सनल बॉडीगार्ड के रूप में काम करते हैं क्रूज पार्टी रेड के वक्त वह गोसावी के साथ थे। प्रभाकर का कहना है कि इस घटना के बाद से जब से किरण गोसावी रहस्यमय तरीके से गायब हो गए हैं तब से उनकी जान को खतरा है।
प्रभाकर ने अपने हलफनामे में सैम डिसूजा नाम के एक शख्स का भी जिक्र किया है। प्रभाकर के मुताबिक सैम डिसूजा से उनकी मुलाकात एनसीबी दफ्तर के बाहर ही हुई थी। उस समय वह केपी गोसावी से मिलने पहुंचे थे। दोनों एनसीबी दफ्तर से लोअर परेल के पास बिग बाजार के पास अपनी अपनी कार में पहुंचे एफिडेविट में दावा किया गया है कि गोसावी सैम नाम के शख्स से फोन पर ₹25 करोड़ रुपए से बात शुरू कर 18 करोड में फिक्स करने की बात कर रहे हैं। उन्होंने 8 करोड रुपए समीर वानखेड़े को देने की भी बात कही है।