सोनी सब के ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ में बंदूक की जानलेवा गोली चली: इस घातक हमले के बाद किसकी किस्मत अधर में लटक गई?

मुंबई। सोनी सब के ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ में, पुष्पा (करुणा पांडे) का दृढ़संकल्पित किरदार दिखाया गया है, जो आशावाद और समाधान-उन्मुख नज़रिये से जीवन की चुनौतियों का सामना करती है। हाल के एपिसोड्स में, पूरा चाल मिलकर भव्य अंदाज़ में पुष्पा का जन्मदिन मनाता है, जिसमें सभी लोग डांस करते दिखाई देते हैं। हालांकि, उत्सव का माहौल तब खराब हो जाता है जब दिलीप (जयेश मोरे) का पुराना दुश्मन, गुरु भसीन (उत्पल दशोरा) उसे बंदूक की नोक पर पकड़ लेता है, हालांकि जुगल (अंशुल त्रिवेदी) दिलीप के बचाव में आता है और उसे बचाता है, लेकिन गुरु भसीन भाग जाता है।
दर्शकों को एक अप्रत्याशित मोड़ देखने को मिलेगा क्योंकि पुष्पा पुलिस के साथ मिलकर गुरु भसीन को पकड़ने की योजना बनाती है। हालांकि, चीजें तब नाटकीय मोड़ लेती हैं जब राशि (देशना दुग्गड़) पुष्पा के गुप्त ऑपरेशन में बाधा बन जाती है। अफरा-तफरी के बीच गोली चल जाती है, जिससे पुष्पा और दिलीप का भाग्य अधर में लटक जाता है। आगामी एपिसोड्स एक मनोरंजक कहानी का वादा करते हैं, जहां यह परिवार घटनाओं के इस चौंकाने वाले मोड़ के परिणामों से निपट रहा है, और किसी का जीवन वाकई खतरे में है।
पुष्पा की भूमिका निभाने वाली करुणा पांडे ने कहा, “यह विशेष कथानक पुष्पा के किरदार को परफेक्ट तरीके से पेश करता है। दिलीप द्वारा किए गए पूर्व के दुखद व्यवहार और गलतियों के बावजूद, पुष्पा अपनी व्यक्तिगत भावनाओं से ऊपर उठकर उसे बचाती है और गुरु भसीन को पकड़ने की योजना बनाती है। लेकिन जैसे-जैसे घटनाक्रम सामने आता है, और एक गोली चलती है, यह स्पष्ट नहीं है कि यह त्रासदी किसकी किस्मत में लिखी है। दर्शक उतार—चढ़ाव भरे भावनात्मक और नाटकीय पलों की उम्मीद कर सकते हैं, जो उन्हें अपनी सीटों पर चिपकाए रखेंगे और यह अनुमान लगाने के लिए प्रेरित करेंगे कि आगे क्या हो सकता है।”
दिलीप की भूमिका निभाने वाले जयेश मोरे ने कहा, “दिलीप के किरदार में हाल ही में भारी बदलाव आया है, और दर्शकों को इस चौंकाने वाले ट्विस्ट के बाद और भी कई बदलाव देखने को मिलेंगे। अगर अपनी पूर्व पत्नी और बच्चों के प्रति उसके पिछले बर्ताव को देखा जाए, तो पुष्पा ने उसके प्रति जो दयालु स्वभाव दिखाया है, उसने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह पुष्पा के अंतहीन उपकारों का कर्ज़ उतार पाएगा या फिर पुष्पा को उसकी वज़ह से और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।”