न्यूयॉर्क स्टेट सीनेट में हुआ फैसला, अमेरिका में 29 अप्रैल को मनाया गया ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी डे

 

नई दिल्ली। संयुक्त राज्य अमेरिका की सीनेट ने 29 अप्रैल को ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी दिवस के रूप में मनाते हुए एक भारतीय संत को एक दुर्लभ सम्मान प्रदान किया। यह अभूतपूर्व सम्मान किसी एक संत का नहीं अपितु पूरे विश्व में भारत की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत का सम्मान है। अमेरिकी इतिहास में पहली बार ऐसा देखा गया कि एक दिन भारत के किसी आध्यात्मिक व्यक्ति को समर्पित किया गया।
सीनेटर जैक एम. मार्टिंस ने एक विशेष समारोह के दौरान एक घोषणा में, रोगों से मुक्त दुनिया के निर्माण में योगदान देने के लिए स्वामी जी के अनुकरणीय समर्पण की सराहना की। सीनेटर जैक एम. मार्टिंस ने एक लिखित उद्घोषणा के साथ इस निर्णय की घोषणा की। उन्होंने यह उद्घोषणा एक विशेष अभिनंदन समारोह के दौरान ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामीजी को अर्पित की।
शांति, करुणा और सार्वभौमिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी के अथक प्रयासों ने दुनिया भर में प्रशंसा हासिल की है। अमेरिकी सीनेट की उद्घोषणा न केवल भारत के लिए बल्कि भारत की सम्पूर्ण आध्यात्मिक विरासत के लिए गौरवपूर्ण विषय है। सीनेटर जैक एम. मार्टिंस ने एक विशेष समारोह के दौरान एक घोषणा में स्वामी जी के अतुलनीय समर्पण की सराहना की। न्यूयॉर्क स्टेट सीनेट द्वारा एक भारतीय संत की ऐसी मान्यता दुर्लभ है और यह स्वामी जी की शिक्षाओं की सार्वभौमिक प्रासंगिकता दर्शाती है।
भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम के अनुयायियों के साथ-साथ भारत और पूरा विश्व 29 अप्रैल को ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी दिवस मनाता है। यह दिवस अंतर-सांस्कृतिक समझ में एक नए अध्याय की शुरुआत करता है। यह गंभीर बीमारियों से निपटने की एक गहन विधि दैवव्यापाश्रय पर महाब्रह्मर्षि जी और भारत के राष्ट्रपति डॉ. द्रौपदी मुर्मू के बीच हुई गहन बैठक के जश्न का भी प्रतीक है। इसके अतिरिक्त, ब्रह्मर्षि जी ने मुकेश अंबानी (रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष) के बेटे अनंत अंबानी को यह ज्ञान प्रदान किया।