नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के लिए किसान आंदोलन एक ऐसी समस्या बन चुका है, जिसका समाधान उसे नजर नहीं आ रहा है। बीते ढाई महीने से पुलिसकर्मी दिल्ली की सीमाओं पर दिन-रात डटे हुए हैं। 26 जनवरी को किसानों के प्रदर्शन में सैकडों पुलिसकर्मी घायल भी हुए। आज दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने गाजीपुर बाॅर्डर का दौरा किया। वहां तैनात पुलिसकर्मियों के हिम्मत की सराहना की। दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मियों को कर्तव्य और समाजसेवा का संदेश दिया। साथ ही पुलिसकर्मियों का हौसला अफजाई भी किया।
इससे पहले आज ही दिल्ली पुलिस आयुक्त एस.एन.श्रीवास्तव पीतमपुरा के डीसीपी ऑफिस आउटर डिस्ट्रिक्ट में किसान रैली के दौरान हुए हिंसा में घायल पुलिसकर्मियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आप सभी वीर है आपने बहुत अच्छा काम किया। दिन हो या रात आप ड्यूटी कर रहे हैं।आपका इलाज सरकारी खर्च से होगा। उन्होंने यह भी बताया कि 26 जनवरी को किसान रैली के दौरान हुए हिंसा में 510 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
दूसरी ओर गाजीपुर बाॅर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों का नेतृत्व करने वाले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे। बातचीत भी चलती रहेगी। नौजवानों को बहकाया गया, उनको लाल किले का रास्ता बताया गया कि पंजाब की कौम बदनाम हो। किसान कौम को बदनाम करने की कोशिश की गई।
वहीं, किसानों को समर्थन देने शिवसेना के सांसद संजय राउत गाजीपुर पहुंचें। उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि हमारे शिवसेना के सभी सांसद यहां आए हैं। राकेश टिकैत से बात हो गई है और उन्हें जो संदेश देना था हमने दे दिया है। हम पूरी ताकत से उनके साथ रहेंगे। सरकार को ठीक से बात करनी चाहिए, बात में राजनीति नहीं आनी चाहिए।