Diwali 2022 : राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने दी देशवासियों को दीवाली की शुभकामनाएं

नई दिल्ली। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने दीपावली की पूर्व संध्या पर अपने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने एक संदेश में कहा है, “दिवाली के शुभ अवसर पर, मैं भारत और विदेशों में रह रहे देश के सभी नागरिकों को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। दिवाली खुशी और उल्लास का त्योहार है। दिवाली के दिन लोग अपने घरों में देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं और सभी की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। दिवाली का त्योहार आपसी सहयोग तथा सद्भाव की भावना को और मजबूत करने का भी अवसर होता है। दिवाली का प्रकाश उस ज्ञान का प्रतीक है, जो हमारे आंतरिक और बाहरी अज्ञान के सभी अंधकार को दूर करता है।

हमारे जीवन में दीये की तरह ऊर्जा और प्रकाश फैले। लोगों के मन में वंचितों की मदद करने की भावना गहरी हो और हम सभी ‘शुभ’ और ‘लाभ’ की अपनी परंपरा को जारी रखें।

उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने दीपावली की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी है। उनका संदेश इस प्रकार है- “मैं देशवासियों तथा विदेशों में रह रहे प्रवासी भारतीय समुदाय को पावन प्रकाशोत्सव, दीपावली की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। पारंपरिक हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाने वाला दीपावली का यह पर्व चौदह वर्ष के वनवास के बाद, मां सीता और लक्ष्मण के साथ श्री राम के अयोध्या वापस लौटने का उत्सव है। वनवास की इस अवधि में श्री राम ने ऋषि मुनियों से ज्ञान अर्जित किया, सुदूर वनों में बसने वाले आम लोगों को संगठित कर, पाप और बुराई पर विजय प्राप्त की। दीपावली, एक उदार और कल्याणकारी राज्य के हमारे आदर्श- ‘राम राज्य’ के अभ्युदय का भी प्रतीक है। यह पर्व, श्री राम के जीवन चरित में निहित सद्गुणों के प्रति हमारी गहरी आस्था को दर्शाता है। उन्होंने एक आदर्श राजा, आज्ञाकारी पुत्र, एक अजेय योद्धा और सदाचार की जो मर्यादाएं स्थापित की थीं, वे उन्हें पुरुषोत्तम श्री राम के रूप में श्रद्धेय बनाती हैं, जिनका अनुसरण मानवता पीढ़ियों से करती रही है।

दीपावली, समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी और सौभाग्य एवं ज्ञान के देवता श्री गणेश के पूजन का भी अवसर है। दीपों का यह पर्व हमारे जीवन में ज्ञान, पवित्रता, समृद्धि और शांति लाए। जगमगाते दीयों की आभा हमारे देश को आशा, खुशी, स्वास्थ्य और सौहार्द से प्रकाशित करे।”