न्यूयार्क। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि घोषित आतंकवादियों का बचाव करने वाले राष्ट्र अपने हितों और प्रतिष्ठा के बारे में नहीं सोचते हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर कोई भी बायानबाजी कभी भी खून के धब्बे को ढक नहीं सकती।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जो भी देश घोषित आतंकवादियों की रक्षा के लिए यूएनएससी 1267 प्रतिबंध शासन का राजनीतिकरण करते हैं, वे अपने जोखिम पर ऐसा करते हैं।’जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा, “संयुक्त राष्ट्र अपराधियों पर प्रतिबंध लगाकर आतंकवाद का जवाब देता है। जो भी देश घोषित आतंकवादियों की रक्षा करने के लिए समय-समय पर यूएनएससी 1267 प्रतिबंध शासन का राजनीतिकरण करते हैं, वे अपने जोखिम पर ऐसा करते हैं। मेरा विश्वास कीजिए, वे न तो अपने हितों को आगे बढ़ाते हैं और न ही वास्तव में देश की प्रतिष्ठा को आगे बढ़ाते हैं। हमारे विचार में आतंकवाद के किसी भी कृत्य को कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता है। कोई भी टिप्पणी, चाहे वह किसी भी मंशा से क्यों न की गई हो, कभी भी खून के धब्बे को ढक नहीं सकती।’
India on side of peace and will remain firmly there: Jaishankar on Russia-Ukraine war
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— ANI Digital (@ani_digital) September 24, 2022
रूसी वित्त मंत्री के साथ अपनी चर्चा पर विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर ने कहा कि द्विपक्षीय सहयोग, संयुक्त राष्ट्र सुधार, यूक्रेन से जुड़े मुद्दों पर बात हुई। उन्होंने मुझे रूसी परिप्रेक्ष्य से घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी। G20 पर चर्चा हुई क्योंकि ये कुछ महीनों में होगा।जलवायु आपात स्थिति चुनौतीपूर्ण दक्षिण एशिया और यूरोप में हुई। इसमें भारत ने जो नेतृत्व दिखाया है, उसने हमारे साथ काम करने में रुचि दिखाई है। PM मोदी के तहत, डिलीवरी उनकी ताकत है… विजन को डिलीवरी में बदलना PM मोदी का मजबूत बिंदु है।