चतरा : बेटी की शहनाई बजने से पहले ही उठ गई पिता की अर्थी ….

घर की लक्ष्मी कही जाने वाली बेटियां मां-बाप के आंखों का तारा होती हैं। बेटा अगर मां की जान होता है, तो बेटियां अपने पिता का नूर होती हैं।

जहां बेटी की शादी की शहनाई की धुन बजने की तैयारी की जा रही थी। आज उस घर मे गम के आंसू बह रहे है। शायद भगवान को यही मंजूर था बेटी को डोली में विदा करने से पहले ही बाप की अर्थी उठ गई। इस ह्दयविदारक घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है।

जिस घर में खुशियों की शहनाई की धुन बजनी थी। उस घर मे मातम का माहौल हो गया। दुर्भाग्य तो उस बेटी की भी है, जो सुहागन बनने से पहले अपने पिता के साया व आशीर्वाद से वंचित रह गई। आपको बता दें कि चतरा के पुरानी कचहरी निवासी जोधी राम मंगलवार को सगे संबंधियों के साथ टेंपो में सवार होकर बेटी की शादी करने के लिए भद्रकाली मंदिर आ रहें थे। इटखोरी-चतरा मुख्य मार्ग पर स्थित इटखोरी थाना क्षेत्र के थानेली तेतर के पास एक पिक‌अप वाहन चकमा दे दिया जिससे अनियंत्रित होकर टेंपो सड़क किनारे गढ्ढे में जा गिरी। 

हादसे में लड़की के पिता जोधी राम और राजपुर थाना क्षेत्र के पंडाखाभ निवासी नानी कुंती देवी की मौत मौके पर हो गई। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। वहीं टेंपो में सवार छ: लोग घायल हो गए। जिसे पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां चिकित्सकों के द्वारा सभी का इलाज किया गया।

जिसमें एक की हालत गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग रेफर कर दिया गया। मौत की खबर जैसे ही परिजनों तक पहुंची अस्पताल में कोहराम मच गया। चीत्कार से महौल गमगीन हो गया। मां और बेटी की रुलाई देख सभी की आंखें नम हो गई । मां रोते हुए कहती रही अब हमारी बेटी की शादी कौन करेगा। बच्चे अब किसे पापा कहकर बुलाएगें। बेटी के चित्कार से सभी की आंखों में आंसू बहता रहा। बेटी रोते हुए एकही रट लगाती रही अब मैं किसे पापा कह कर बुलाऊंगी।