पहले टोपी और आज नेता शब्द पर गरमाई यूपी विधानसभा, क्या कहा सीएम योगी ने ?

'राजा कालस्य कारणम' का जिक्र करते हुए कहा कि किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि राजा ही अपने समय की परिस्थितियों का निर्माण करता है, अपने समय के स्वरूप का निर्धारण करता है और वह अपने समय का निर्माता होता है।

लखनउ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में आए दिन किसी शब्द पर बात का बतंगड होता है। उस पर सदन के अंदर और बाहर राजनीति होती है। बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता प्रतिपक्ष के टोपी को लेकर तंज कसा। सदन में खूब ठहाके भी लगे। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने नेता शब्द को लेकर बात कह दी। उस पर विपक्षी नेताओं ने भी जवाब दिए।

असल में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष के रवैये की आलोचना करते हुए तल्ख टिप्पणियां कीं और कहा कि यही वजह है कि नेता जैसा सम्मानजनक शब्द अब अपमानजनक लगने लगा है। योगी ने कहा, ‘आजादी के पहले जो नेता शब्द सम्मान का प्रतीक था… आजादी के बाद आज ऐसी स्थिति क्यों पैदा हुई कि आज वही शब्द अपमानजनक प्रतीत होने लगा।’ योगी ने विपक्ष खासकर सपा सदस्यों पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा, ‘नेता विरोधी दल (अहमद हसन) को छोड़ दें तो उनके जो अन्य सहयोगी हैं, उनसे बहुत उम्मीद भी नहीं की जाती। उनका बहुत पुराना इतिहास भी रहा है महिलाओं का अपमान करने का। स्टेट गेस्ट हाउस कांड कौन नहीं जानता? इन लोगों का जो इतिहास रहा है, उसको देखते हुए हर व्यक्ति इस बात को जानता है कि कैसे-कैसे कृत्य हुए हैं, लेकिन सदन के अंदर तो कम से कम इन चीजों को बचाकर के रखिए।’

सीएम योगी ने शरशैया पर लेटे भीष्म पितामह द्वारा युधिष्ठिर से बातचीत के दौरान पढ़े गए श्लोक ‘राजा कालस्य कारणम’ का जिक्र करते हुए कहा कि किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि राजा ही अपने समय की परिस्थितियों का निर्माण करता है, अपने समय के स्वरूप का निर्धारण करता है और वह अपने समय का निर्माता होता है। राजा परिस्थितियों का परिणाम नहीं, बल्कि उनका निर्माता होता है। उन्होंने कहा, ‘पांच हजार वर्ष पहले कही गईं यह बातें पिछले छह वर्षों के दौरान दिखी होंगी कि कैसे भारत की तस्वीर को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का काम हुआ है।’

इस दौरान सपा के सदस्य खड़े होकर विरोध जताने लगे तो सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए उन्हें बैठकर मुख्यमंत्री की बात सुनने को कहा। इसके जवाब में सपा नेता नरेश उत्तम ने आपत्ति करते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री बार-बार ठीक कर दूंगा, डोज़ दे दूंगा की बात करते हैं। मुख्यमंत्री खुद योगी हैं। उन्हें इस तरह की भाषा नहीं बोलनी चाहिए।’