स्वास्थ्य प्रबंधन से जीवन प्रबंधन की ओर — मैनेजमेंट विशेषज्ञ एन. रघुरमन ने दिया स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने का सूत्र

 

भोपाल। आज की तेज़ रफ्तार और तनावपूर्ण जीवनशैली के दौर में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता और भी बढ़ गई है। इसी विषय को केंद्र में रखते हुए आरोग्य भारती भोपाल महानगर द्वारा आयोजित मासिक प्रबोधन कार्यक्रम में देश के प्रसिद्ध मैनेजमेंट गुरु श्री एन. रघुरमन ने “स्वास्थ्य प्रबंधन से जीवन प्रबंधन” विषय पर प्रेरणास्पद और विचारोत्तेजक व्याख्यान दिया।

यह आयोजन अपेक्स बैंक परिसर स्थित समन्वय सभागार में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्यप्रदेश शासन के प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) एवं वरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्री संदीप यादव ने की। कार्यक्रम में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. अशोक कुमार वार्ष्णेय ने विशेष अतिथि वक्ता के रूप में संगठन की सेवा भावना, विचारधारा और समाज कल्याण के प्रयासों की जानकारी साझा की।

कार्यक्रम की शुरुआत भगवान धनवंतरि की पूजा-अर्चना के साथ हुई। इसके उपरांत गार्गी छात्रावास की छात्राओं द्वारा श्रद्धाभाव से प्रस्तुत धनवंतरि स्तोत्र ने वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता से भर दिया।

मुख्य वक्ता श्री एन. रघुरमन ने कहा कि स्वास्थ्य केवल शरीर तक सीमित नहीं, बल्कि मानसिक और वैचारिक स्तर पर भी संतुलन आवश्यक है। उन्होंने सुझाया कि दिन समाप्त होने से पहले यदि हम अगले दिन के कार्यों की योजना बना लें और सकारात्मक विचारों के साथ सोएं, तो हमारी दिनचर्या अधिक सुसंगठित और संतुलित बन सकती है।

अपने निजी जीवन का एक अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया कि जब उनके दोस्तों की तस्वीरें समाचारपत्रों में छपती थीं, तब उनके पिता ने उनसे पूछा, “कब छपेगा तुम्हारा नाम?” इस पर उनकी माँ ने आत्मविश्वास से कहा, “इसका नाम तो हर दिन अखबार में आएगा।” माता-पिता के उस विश्वास और आशीर्वाद ने उन्हें प्रेरणा दी और यही कारण है कि पिछले 25 वर्षों से उनका कॉलम दैनिक भास्कर में नियमित रूप से प्रकाशित हो रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि माता-पिता का आशीर्वाद ही जीवन का सबसे बड़ा संबल है।

जनस्वास्थ्य में नवाचार का महत्व: संदीप यादव
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री संदीप यादव ने कहा कि स्वास्थ्य ही असली संपत्ति है और प्रदेश सरकार इस क्षेत्र में समग्र प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि आधुनिक चिकित्सा के साथ-साथ आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा जैसे पारंपरिक उपचारों को भी समान महत्व दिया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जनजागरूकता से ही स्वस्थ समाज का निर्माण संभव है, और इस दिशा में आरोग्य भारती की भूमिका अत्यंत सराहनीय है।

डॉ. अशोक कुमार वार्ष्णेय ने अपने वक्तव्य में बताया कि किस प्रकार आरोग्य भारती देशभर में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने हेतु अभियान चला रही है। उन्होंने बताया कि यह संगठन जीवनशैली में छोटे-छोटे परिवर्तन करके लोगों को दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए कार्यरत है।

कार्यक्रम में आरोग्य भारती के प्रचार प्रमुख श्री मिहिर कुमार ने मंच पर उपस्थित अतिथियों का परिचय प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के समापन पर मध्यभारत प्रांत प्रमुख डॉ. राजेश शर्मा ने सभी विशिष्ट अतिथियों, सहभागियों और आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया।

इस सारगर्भित आयोजन में शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक, शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता, विद्यार्थी और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने वक्ताओं के विचारों से प्रेरणा लेते हुए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प लिया।