चाईबासा में अमित शाह ने बोला हेमंत सरकार पर हमला,कहा-आदिवासी विरोधी सरकार

केंद्रीय मंत्री अमित शाह आज झारखंड के चाईबासा पंहुचे जहां उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित किया.अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय मंत्री ने झारखंड की सोरेन सरकार पर जम कर निशाना साधा और उन्हें आदिवासी विरोधी सरकार बताया।गृह मंत्री अमित शाह ने अपना संबोधन भारत माता की जय और जय जोहार के साथ शुरू किया और कहा कि सभी वीर आदिवासी नेताओं और इस महान भूमि को मेरा सादर नमन। ये मेरा सौभाग्य है कि आज मैं यहां चाईबासा में उपस्थित हूं। यहां के वीर जनजातीय नेताओं को मेरे गुजरात समेत पूरा देश सम्मान देता है।

आज झारखंड में आदिवासियों की जमीन हड़पने वाले सक्रिय हैं और हेमंत भाई, अपनी किसी जिम्मेदारी को पूरा नहीं कर रहे हैं।अपनी वोटबैंक की राजनीति के लिए जो आप कर रहे हो उसके लिए आपको माफी नहीं मिलेगी।हमने शिक्षा, रोड, विद्युत, हर क्षेत्र में काम किया था लेकिन हमारे बाद आई सरकार ने झारखंड को तबाह कर दिया।इस राज्य का मुख्यमंत्री तो आदिवासी है लेकिन सरकार आदिवासी विरोधी सरकार है।अमित शाह ने आगे कहा कि आज झारखंड में जनजातीय महिलाओं से जबरदस्ती शादी कर उनकी जमीन को हड़पा जा रहा है।हेमंत जी, वोटबैंक का लालच जनजातीय हितों से ऊपर नहीं हो सकता।झारखंड की जनता जाग चुकी है और अब ये अन्याय नहीं सहा जाएगा।यहां युवाओं और माताओं-बहनों को धोखा देने का काम किया जा रहा है।खाद्यान, रोजगार और शिक्षा के नाम पर धोखा दिया जा रहा है।अगर नौकरियां देने की हिम्मत नहीं है तो कुर्सी खाली कर दो… भाजपा झारखंड में नौकरी देने का काम कर देगी।उन्होंने आगे कहा कि हमने आदिवासी कल्याण के लिए बजट को 86 हजार करोड़ रुपये किया है और 1 करोड़ आदिवासी भाइयों के घर में पीने का पानी पहुंचाया है।मैं आज झारखंड के लोगों को कहना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, आने वाले कुछ ही दिनों में नक्सलवाद खत्म होगा और झारखंड में विकास के नए रास्ते खुलेंगे। मोदी जी द्वारा जो फंड आदिवासियों के विकास के लिए भेजा जा रहा है उसको राज्य सरकार यूं लूट नहीं सकती।यहां जमीन हड़पने का जो घोर पाप हो रहा है उसकी हम निंदा करते हैं और भारतीय जनता पार्टी इसके खिलाफ संघर्ष करेगी।उन्होंने आखिर में कहा कि मैं तो विकास कार्यों की एक लंबी सूची लाया हूं लेकिन एक बार हेमंत भाई भी बता दें कि उन्होंने वोटबैंक की राजनीति और आदिवासियों के हितों की अनदेखी के अतिरिक्त क्या किया है? इस बार झारखंड की जनता परिवर्तन करने जा रही है और यहां की निकम्मी और भ्रष्ट सरकार को बदलने जा रही है।