नई दिल्ली। प्रमुख कृषि-ड्रोन निर्माता आयोटेकवर्ल्ड एविगेशन और कृषि-रसायन क्षेत्र की प्रमुख सिंजेन्टा इंडिया ने संयुक्त रूप से एक स्थायी डास (DaaS) बिज़नेस मॉडल विकसित किया है और आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा जैसे 4 प्रमुख राज्यों में खरीफ और रबी के अगले सीजन में वाणिज्यिक छिड़काव सेवाएं शुरू करेंगे।
आयोटेकवर्ल्ड और सिंजेन्टा पहले ही 13 राज्यों में ड्रोन यात्रा कर चुके हैं और 17,000 किलोमीटर की यात्रा में 1 लाख से अधिक किसानों को कृषि ड्रोन के लाभों का प्रदर्शन किया जा चुका है।
पंजाब के लुधियाना में वास्तविक एग्रोकेमिकल्स का उपयोग करते हुए एक संयुक्त पायलट प्रोजेक्ट पहले ही सफलतापूर्वक आयोजित हो चुका है, जिसमें किसानों और कृषि-उद्यमियों को कृषि रसायनों के छिड़काव में ड्रोन तकनीक का उपयोग करने के लाभों के बारे में बताया गया था।
योजना के बारे में विवरण देते हुए आयोटेकवर्ल्ड के सह-संस्थापक श्री दीपक भारद्वाज और श्री अनूप उपाध्याय ने कहा, “हमने पूरे भारत में ड्रोन छिड़काव की सुविधा के लिए सिंजेंटा इंडिया के साथ हाथ मिलाया है। हमने पंजाब राज्य में एक पायलट किया और प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक रही है। अगले कदम के रूप में दोनों कंपनियां संयुक्त रूप से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल राज्यों में गतिविधियों को बढ़ाने की योजना बना रही हैं। विचार किसानों और अन्य हितधारकों को ड्रोन का उपयोग करके छिड़काव के लाभों को बताना है।”
“हमारा साथ कई मायनों में अनूठा है। हमारा उत्पाद ‘एग्रीबॉट’ जहाँ भारत की पहली डीजीसीए-प्रकार की प्रमाणित कंपनी है, वहीं सिंजेन्टा पहली निजी कंपनी है, जिसे धान, गेहूं, गन्ना, आलू, गर्म मिर्च आदि जैसी फसलों में फसल सुरक्षा उत्पादों के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग करने के लिए भारत सरकार के केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड से मंजूरी मिली है। इसलिए किसानों और कृषि-उद्यमियों सहित उपभोक्ताओं के लिए हमारी संयुक्त पहल में विश्वास होना स्वाभाविक है,” दोनों सह-संस्थापकों ने कहा।
बिजनेस मॉडल के बारे में विवरण प्रदान करते हुए आयोटेकवर्ल्ड एविगेशन के बिक्री महाप्रबंधक (जनरल मैनेजर – सेल्स) श्री सौरभ श्रीवास्तव और सिंजेन्टा इंडिया के लीड ऑपरेशंस श्री महंतेश चुलकी ने कहा, इस क्लस्टर आधारित टिकाऊ डीएएएस बिजनेस मॉडल का विचार कई एग्रीटेक और स्टार्टअप्स फर्मों द्वारा पसंद किया जाता है, क्योंकि यह सिंजेंटा से साल-दर-साल स्प्रे की मांग की गारंटी देता है, जोकि ड्रोन सेवा प्रदाता के पूंजी निवेश के जोखिम को कम करता है। यहां तक कि एसबीआई जैसे वित्तीय संस्थान जो भारत सरकार की एआईएफ योजना के माध्यम से 2 करोड़ तक का पूंजी ऋण प्रदान कर रहे हैं, वे भी ऋण वितरित करने के लिए बहुत आश्वस्त हैं, क्योंकि उनके जोखिम को सिन्जेन्टा द्वारा पेश की गई सुनिश्चित व्यावसायिक मांग के माध्यम से कम किया जाता है।
आयोटेकवर्ल्ड और सिंजेन्टा द्वारा विकसित इस डास मॉडल के लिए हरियाणा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, हरियाणा और मध्य प्रदेश में ड्रोन सेवा प्रदाताओं को भारतीय स्टेट बैंक ने पहले ही एआईएफ (AIF) ऋण वितरित कर दिया है।