श्रीहरिकोटा। रविवार 28 फरवरी का दिन भारत के लिए विज्ञान के दृष्टिकोण से बेहद खास रहा है। आज पूरा देश विज्ञान दिवस भी बना रहा है, तो दूसरी ओर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) ने श्रीहरिकोटा से पी.एस.एल.वी.-सी 51 के जरिये एमेजोनिया-वन और 18 अन्य उपग्रहों को लॉन्च किया। इसरो की इस उपलब्धि पर पूरा देश गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के वैज्ञानिकों और इसरो को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस है। आज का दिन भारत के महान वैज्ञानिक, डॉक्टर सी.वी. रमन जी द्वारा की गई ‘रमन इफेक्ट’ खोज को समर्पित है। जब हम विज्ञान की बात करते हैं तो कई बार इसे लोग भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान या फिर लैब तक ही सीमित कर देते हैं, लेकिन विज्ञान का विस्तार इससे कहीं ज़्यादा है और आत्मनिर्भर भारत अभियान में विज्ञान की शक्ति का बहुत योगदान है।
बता दें कि करीब 26 घंटे की उल्टी गिनती पूरी होने के बाद पीएसएलवी-सी51 ने चेन्नई से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के प्रथम लॉन्च पैड से सुबह करीब 10 बजकर 24 मिनट पर उड़ान भरी। इन उपग्रहों में चेन्नई की स्पेस किड्ज़ इंडिया (एसकेआई) का उपग्रह भी शामिल है। इस अंतरिक्ष यान के शीर्ष पैनल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर उकेरी गई है। इसे लेकर एसकेआई ने कहा कि यह प्रधानमंत्री की आत्मानिर्भर पहल और अंतरिक्ष निजीकरण के लिए एकजुटता और आभार व्यक्त करने के लिए है।
इसरो की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पीएसएलवी-सी51, पीएसएलवी का 53वां मिशन है। इस रॉकेट के जरिए ब्राजील के अमेजोनिया-1 उपग्रह के साथ 18 अन्य उपग्रह भी अंतरिक्ष में भेजे गए हैं। खास बात ये है कि इसरो ने इस बार सैटेलाइट के अलावा भगवद गीता की एक इलेक्ट्रॉनिक कॉपी भी अंतरिक्ष में भेजी है।
Primary satellite #Amazonia1 successfully separated from #PSLVC51. Join us again at 1210 hrs IST for witnessing the separation of co-passenger satellites
ISRO Website : https://t.co/bwLKodEjCL
Youtube: https://t.co/XlVvZaENl5
Facebook: https://t.co/MYy1DZUA7e— ISRO (@isro) February 28, 2021
वहीं, इसरो के चीफ के सिवन ने अपने संदेश में कहा कि मुझे ये बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि पी.एस.एल.वी.-सी 51 आज एमेजोनिया-वन के ऑर्बिट में सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया। ब्राजील द्वारा डिजाइन और इंटीग्रेटेड इस पहले सैटेलाइट को लॉन्च करके भारत और इसरो बहुत गर्व और खुशी अनुभव कर रहा है।
बता दें कि 637 किलोग्राम वजनी अमेजोनिया-1 ब्राजील का पहला उपग्रह है जिसे भारत से प्रक्षेपित किया गया । यह राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (आईएनपीआई) का ऑप्टिकल पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है। अमेजोनिया-1 के बारे में इसरो ने बताया था कि यह उपग्रह अमेजन क्षेत्र में वनों की कटाई की निगरानी और ब्राजील के क्षेत्र में विविध कृषि के विश्लेषण के लिए उपयोगकर्ताओं को दूरस्थ संवेदी आंकड़े मुहैया कराएगा तथा मौजूदा ढांचे को और मजबूत बनाएगा।