Kedarnath Temple : आज खुल गए प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर के कपाट

फिलहाल किसी को भी मंदिर के गर्भ गृह में जाने की अनुमति नहीं है। केदारनाथ रावल और मुख्य पुजारी की देख-रेख में मंदिर के कपाट खोले गए।

देहरादून। आज सुबह 5 बजे केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) के कपाट खोल दिए गए। केदारनाथ धाम में कपाट खुलने से पहले ही पूरी तैयारियां कर ली गई थी। पूरे मंदिर को 11 कुंतल फूलों से सजाया गया है। कपाट खुलने के मौके पर यहां तीर्थयात्री और स्थानीय लोगों की कमी साफ देखी गई।

केदारनाथ धाम (Kedarnath Temple)के कपाट खोले जाने के वक्त केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, मुख्य पुजारी बागेश लिंग, जिलाधिकारी मनुज गोयल, 21 तीर्थपुरोहित, देवस्थानम बोर्ड के 14 कर्मचारी, सीओ गुप्तकाशी अनिल मनराज, चौकी इंजार्च मंजुल रावत, 6 कास्टेबल, 2 महिला कास्टेबल, 4 मंदिर सुरक्षा गार्द के कर्मी मौजूद रहे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat)ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए घरों में ही रह कर पूजा अर्चना करने की अपील की है। संदेश में उत्तराखंद के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट आज सोमवार को प्रातः 5 बजे विधि-विधान से पूजा-अर्चना और अनुष्ठान के बाद खोल दिए गए। मेष लग्न के शुभ संयोग पर मंदिर का कपाटोद्घाटन किया गया। मैं बाबा केदारनाथ से सभी को निरोगी रखने की प्रार्थना करता हूं।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज (Satpal Maharaj) ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड एवं मंदिर समितियों द्वारा चारों धामों में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से जनकल्याण के लिए की जा रही है। शनिवार शाम को केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली केदारनाथ धाम पहुंची।

बता दें कि उत्तराखण्ड (Utrakhand)में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम (Char Dham) और पंच केदार में से भी एक है। यहाँ की प्रतिकूल जलवायु के कारण यह मन्दिर अप्रैल से नवंबर माह के मध्‍य ही दर्शन के लिए खुलता है। पत्‍थरों से बने कत्यूरी शैली से बने इस मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण पाण्डव वंश के जनमेजय ने कराया था।